Delhi Politics: दिल्ली बाढ़ में डूबी है, पानी कॉलोनियों में जमा है, सड़कें लबालब हैं,और कई जगह घर-मकान जलमग्न है।,, दिल्ली (Delhi) की ये दुर्दशा पिछले 5 दिन से बनी हुई है, लेकिन राजनीति की पराकाष्ठा तो देखिए ,,कि इस गंभीर स्थिति में भी,, राजनीति हावी हो रही है,, सियासी दलों की नाव, (Politics on Delhi Flood) यमुना के खतरनाक बहाव पर उतर चुकी है,, जनता को राहत पहुंचाने की बजाय राजनीतिक दल ,,एक दूसरे की नावों को पानी के बहाव में डुबाने पर उतारू हैं। एक तरह से ये भी कह सकते हैं कि सियासी दुश्मनी ने दिल्ली को डुबा दिया है
दिल्ली में बाढ़ को लेकर आरोप प्रत्यारोप
दिल्ली में बाढ़ को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर चल पड़ा है,, दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ,,दिल्ली में बाढ़ को साजिश बता रही है ,,तो भारतीय जनता पार्टी इसे,, दिल्ली सरकार की नाकामी करार दे रही है।
भाजपा के दिल्ली प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा
दोस्तों दिल्ली से अभी बाढ़ का खतरा टला नहीं है,,। फिर भी इस मसले पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही ,,,आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच डेली ,,नए आरोप-प्रत्यारोप देखे जा रहे हैं,,। भाजपा के दिल्ली प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा का दावा है कि,, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पास ,,ऐसी स्थिति से निपटने की कोई योजना नहीं थी। माना जा रहा है कि भाजपा नेता का यह बयान,, दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज के ,,उस आरोप के जवाब में आया है,,, जिसमें उन्होंने कहा था कि,, भाजपा ने राष्ट्रीय राजधानी को बाढ़ में ,,धकेलने की साजिश रची है।
यमुना में गाद की समस्या
दोस्तों बारिश की भविष्यवाणी पहले ही आ गई थी।,,सीएम केजरीवाल ने इसको लेकर क्या तैयारी की थी? यमुना के बाढ़ वाले निचले इलाकों से,, विस्थापित लोगों को खुले आसमान के नीचे सड़कों पर सोना पड़ रहा है- दिल्ली सरकार ने उनके लिए क्या तैयारी की थी? ,,यमुना में गाद की समस्या थी।,, 3-केजरीवाल ने समय पर यमुना को साफ क्यों नहीं कराया। ,,यदि यमुना को समय पर साफ कराया होता,, तो दिल्ली की आज यह स्थिति नहीं होती।
भाजपा की मीनाक्षी लेखी ने कहा
वहीं भाजपा की मीनाक्षी लेखी ने कहा,, कि दिल्ली में बाढ़ का मूल कारण यमुना से गाद नहीं निकाला जाना है,,। मैं सरकार से पूछना चाहती हूं,, कि नदी की सफाई पर खर्च किए गए 6,800 करोड़ रुपये कहां गए?,, यमुना अपने लंबे प्रवाह में ,,एक राज्य से दूसरे राज्य में बहती है, ,,इसलिए नदी में गाद जमा हो जाती है। ,,यमुना से गाद नहीं निकाली गई, ,,जिससे दिल्ली में बाढ़ आ गई,, दिल्ली के पर्यावरण विभाग ने पिछले साल विधानसभा को सूचित किया था कि,, दिल्ली में यमुना नदी को साफ करने के लिए ,,2017 से 21 तक,, पांच वर्षों में लगभग 6,856.91 करोड़ रुपये खर्च किए गए। ,,बाढ़ नियंत्रण का 6,800 करोड़ रुपये का बजट,, पांच साल में खर्च किया गया,,, तो यह पैसा गया कहां?,, इसकी जांच होनी चाहिए कि,, इन 6,800 करोड़ रुपये का ,,क्या किया गया। बाढ़ के कारण 25,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।
फ्लड कंट्रोल ऑर्डर जारी किया
दोस्तों दिल्ली में बाढ़ नियंत्रण और उससे जुड़ी तैयारियों के लिए बनी ,,एपेक्स कमिटी की मीटिंग 2 साल से न,, होने पर एलजी ने ,,नाराजगी जताई है। ,,एलजी ऑफिस के अधिकारियों की ओर से बताया गया कि ,,सीएम अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता वाली ,,इस कमिटी का मुख्य काम दिल्ली सरकार, केंद्र सरकार, भारतीय सेना और सेंट्रल वॉटर कमिशन समेत ,,अन्य सभी संबंधित एजेंसियों के बीच ,,बेहतर तालमेल बनाए रखना है। ,,एपेक्स कमिटी की मीटिंग जून के अंत में होनी चाहिए थी ,,और उसके बाद ही फ्लड कंट्रोल ऑर्डर जारी किया जाना चाहिए था,,, लेकिन बिन बैठक के ही दिल्ली सरकार ने ,,फ्लड कंट्रोल ऑर्डर जारी कर दिया।
संयुक्त रूप से एक बैठक की अध्यक्षता की
ईसी मुद्दे पर सफाई देते हुए,, दिल्ली सरकार ने कहा है कि,, बाढ़ नियंत्रण को लेकर सरकार पूरी तरह सजग रही है,, और नियमित रूप से इससे जुड़ी तैयारियों की समीक्षा भी की जा रही थी। ,,एक बयान में दिल्ली सरकार की ओर से कहा गया कि,, सरकार मई से ही बाढ़ और जलजमाव के मुद्दों की ,,नियमित समीक्षा कर रही थी। 9 मई को सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के ,,मंत्री सौरभ भारद्वाज और पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी ने ,,संयुक्त रूप से एक बैठक की अध्यक्षता की थी,,, जिसमें पीडब्ल्यूडी, एमसीडी, डीडीए, दिल्ली जल बोर्ड, फ्लड कंट्रोल और एनडीएमसी सहित ,,सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे,,सरकार का कहना है कि ,,दिल्ली के ऐतिहासिक आंकड़ों को ध्यान में रखते हुए ,,और उचित प्रक्रिया के अनुसार ही फ्लड कंट्रोल ऑर्डर जारी किया गया था।
दिल्ली सरकार गरीब परिवारों की मदद की
इस बीच दिल्ली सरकार गरीब परिवारों की मदद के लिए आगे आई है।,,निचले इलाकों में रहने वाले गरीब परिवारों को भी ,,काफी परेशानी झेलनी पड़ी। ,,सीएम केजरीवाल ने इन परिवारों को ,,आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है। ,,केजरीवाल ने ट्वीट कर बताया कि ,,यमुना किनारे रहने वाले कई बेहद गरीब परिवारों का काफ़ी नुक़सान हुआ है। ,,सरकार पीड़ित परिवारों को आर्थिक मदद के तौर ,,पर 10 हजार रुपये देगी।,,आधार कार्ड समेत कई जरूरी दस्तावेज बहने पर कहा कि ,,जिनके कागज जैसे आधार कार्ड आदि बह गए उनके लिए स्पेशल कैंप लगाए जायेंगे,,।जिन बच्चों की ड्रेस और किताबें बह गई हैं, ,,उन्हें स्कूलों की तरफ से ड्रेस और किताबें भी दिलाई जाएंगी।
फ्लड प्लेन को खाली करवाया जाना चाहिए
दोस्तों यमुना के फ्लड प्लेन को खाली करवाया जाना चाहिए वरना आगे और भी बड़ा हादसा हो जाएगा। अगर समय रहते सही कदम उठाए होते तो आज ये नही हुआ होता,,वोट की राजनीति करने का और समय मिलेगा आज इस हालात में इंसानियत की राजनीति करनी चाहिए आपकी इस पर क्या राय है कमेन्ट कर जरूर बताएँ