New Parliament Building Water Leakage: अमृतकाल में मीडिया पेपर सब कुछ बिकता है पढ़ते पढ़ते हुए भी छात्र मरता है पानी नहीं अमृत टपकता है। जी हाँ,, लोकतंत्र के मंदिर में आज अमृत टपक रहा है करोड़ों की लागत से बनी नई संसद भवन आज अमृत वर्षा कर रही है नई संसद चंद घण्टों की बारिश भी नही झेल पा रही बीजेपी सरकार (Akhilesh Yadav) में बनी हर नई छत से पानी टपकना (Waterlogging) कोई आम बात तो है नहीं जरूर ये कोई मोदी विकास के डिजाइन का हिस्सा है मोदी जी खुद दो बार निरीक्षण करने गए थे गड़बड़ी का तो कोई सवाल ही नहीं उठता मोदी जी ने कहा था नई संसद विश्वास को नई बुलंदी देगी संसद देश की जनता के (Congress) सपनों का प्रतिबिंब है तो क्या मोदी जी जनता के सपने पूरे कर रहे है टपकता विकास हकीकत बन रहा है
PM Modi का टपकता विकास
नई संसद के अंदर चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आई। पार्लियामेंट कैंपस में जहां से सांसदों की आवाजाही होती है वहां गेट पर जलभराव की तस्वीरें सामने आई। यही नहीं नई संसद की लॉबी में छत से पानी टपकने की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर छाई नजर आई। लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक मणिकम टैगोर ने सोशल मीडिया पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि ‘बाहर पेपर लीकेज संसद में वाटर लीकेज। राष्ट्रपति की ओर से इस्तेमाल की जाने वाली संसद की लॉबी में पानी का लीकेज चौंकाने वाला है। संसद के नए भवन में ऐसा होना मौसम संबंधी समस्याओं को उजागर करता है। ये पूरा घटनाक्रम इसका निर्माण पूरा होने के महज एक साल बाद ही सामने आई है। कांग्रेस सांसद ने इसे गंभीर मुद्दा बताया है और इस संबंध में लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है।
विपक्ष ने PM Modi पर साधा निशाना
समाजवादी पार्टी प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा ‘इस नई संसद से अच्छी तो वो पुरानी संसद थी जहां पुराने सांसद भी आकर मिल सकते थे। क्यों न फिर से पुरानी संसद चलें कम-से-कम तब तक के लिए जब तक अरबों रुपयों से बनी संसद में पानी टपकने का कार्यक्रम चल रहा है।
’वही Rashtriya Janata Dal ने पोस्ट किया
70 साल – 70 साल” करने वाले 70 सालों के बादअपने महिमामंडन के लिए जबर्दस्ती अरबों रुपये खर्च करके भी ऐसी संसद नहीं बना पाए जो 17 मिनट की बारिश झेल जाए! नए संसद भवन के ‘मकर द्वार’ पर थोड़ी सी बारिश में ही ‘मकर’ के तैरने की व्यवस्था हो गई! ऐसे में सोशल मीडिया पर यूजर्स ने इसके निर्माण कार्य को लेकर सवाल खड़े किए। एक यूजर ने लिखा कि आपको पता है नई वाली संसद 1200 करोड़ में बनी है। वही एक अन्य यूजर ने लिखा जिन्हें नेहरू की बनायी हुई संसद से दिक़्क़त थी वो देख लें 70 वर्ष पश्चात भी वो बिना चुए खड़ी है मोदी जी की डेवलपमेंट चू रही है संसद भवन के अंदर पानी पहुंचाने वाले पहले प्रधानमंत्री बने। देश विकास की राह पर।। विश्वगुरु।।और एक अन्य यूजर ने लिखा संसद भवन में टिप टिप बरसा पानी बीजेपी ने घोटाले की आग लगायी
1200 करोड़ की लागत से बनी संसद
आपको बता दे की इसे अत्याधुनिक तकनीक से तैयार किया गया और इस पर भूकंप का असर नहीं होगा. इसकी आधारशिला रखी गई थी तो इसे बनाने का प्रोजेक्ट Tata Projects को दिया गया था और इसके निर्माण में आने वाली अनुमानित लागत 971 करोड़ रुपये तय की गई थी. लेकिन दो साल बाद जनवरी 2022 में इसकी लागत 200 करोड़ रुपये और बढ़ने की जानकारी साझा की गई. सेंट्रल पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट (CPWD) ने 200 करोड़ की वृद्धि के बाद संसद भवन का बजट 1200 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद जताई थी.यानि 1200 करोड़ की लागत से बनी नई संसद भवन 1 घंटे की बारिश भी नहीं झेल पाई लोकतंत्र के मंदिर में भी भ्रष्टाचार कर दिया और इसकी खास बात पता है क्या इसका भी गुजरात कनेक्शन निकला दरअसल नए संसद भवन का डिजाइन गुजरात बेस्ड एक आर्किटेक्चर फर्म HCP डिजाइन प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने तैयार किया है और बिल्डिंग के मुख्य आर्किटेक्ट बिमल पटेल हैं तो क्या पीएम मोदी और मोदी आर्किटेक्ट ने देश का नहीं खुद का विकास किया आपकी इस पर क्या राय है हमे कमेन्ट कर जरूर बताएँ