बंदर की मौत पर ग्रामीणों ने कराया मुंडन
शहराें में एक तरफ लोग बंदराें के आतंक से त्रस्त हैं। उन्हें पकड़ने के लिए संबंधित विभागाें में फोन खटखटाते हैं। दूसरी तरफ आगरा के पास एक गांव ऐसा भी है, जहां बंदर की मौत के बाद पूरे रीति रिवाज से उसका अंतिम संस्कार किया गया है और लोगाें ने मुंडन कराया। तीजे के बाद अब तेरहवीं कराने की तैयारी है, जिसका प्रसाद पूरे गांव में बंटेगा।
ग्रामीणों ने बंदरों के प्रति अपना प्रेम व्यक्त किया
आगरा ताजगंज क्षेत्र के गांव श्यामो में गुरुवार को ग्रामीणों ने बंदरों के प्रति अपना प्रेम व्यक्त करने का अनोखा तरीका अपनाया। उन्होंने घायल एक बंदर की मौत के बाद गांव के मंदिर परिसर में उसकी समाधि बनाई। सिर्फ यही नहीं, शुक्रवार को रीति-रिवाज के अनुसार तीजे का कार्यक्रम कर मुंडन कराया। ग्रामीणों का बंदर के प्रति इस प्रेम का वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रहा है।
Madhya Pradesh में भी ग्रामीणों ने कराया मुंडन
वही दूसरी ओर मध्य प्रदेश के राजगढ़ से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां एक बंदर की मौत पर ग्रामीणों ने न केवल विधिवत रूप से अंतिम संस्कार करवाया बल्कि मृत्यु भोज का भी आयोजन किया। बताया जा रहा है कि बंदर के मृत्यु भोज में 6 हजार से अधिक लोग शामिल हुए। मामले में कोरोना प्रोटोकॉल उल्लंघन को लेकर पुलिस ने ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
बैंड बाजे के साथ किया अंतिम संस्कार
दरअसल, खिलचीपुर के डालूपुरा गांव में एक बंदर को ठंड लग गई थी। ग्रामीणों ने उसका इलाज भी करवाया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। गांव के लोग उस बंदर को भगवान हनुमान का रूप मानते थे और उसके मौत पर ग्रामीण भावुक हो गए। गांव वालों ने अगले दिन बैंड बाजे के साथ उसके अंतिम संस्कार का आयोजन किया। हरिसिंह नामक युवक ने उसकी रीति रिवाजों के साथ अंत्येष्ठि की ओर खुद का मुंडन भी कराया।