Ram Navami 2024: रामनवमी के दिन होगा चमत्कार जब खुद सूर्य रामलला को करेंगे नमस्कार
Ram Navami 2024: एक लंबे अरसे के बाद रामलला का जन्मदिन उनकी अपनी जन्मभूमि पर मनाया जाएगा. अपने घर में रामलला जन्मदिन पर बधाई गीत सुनेंगे और सूर्य की किरणें उनका अभिषेक करेंगी… जरा सोचिए कितना भव्य होगा यह दृश्य. जी हां इस बार रामनवमी के लिए राम मंदिर में जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं. राम मंदिर बनने के बाद यह पहली रामनवमी है तो तैयारियां भी बहुत खास हैं. इस साल 17 अप्रैल (Ram Navami 2024 Date) को रामनवमी मनाई जाएगी….. आपको बता दें कि रामनवमी के दिन भगवान राम का जन्म हुआ था और उनका जन्मोत्सव पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है.
रामलला पहनेंगे खास पोशाक
अपने जन्मदिन पर रामलला चांदी और सोने के तारों से बुने विशेष डिजाइनर वस्त्र पहनेंगे. इन पोशाक को दिल्ली से विमान के जरिए लाया जाएगा. इसी तरह उनके श्रृंगार और मंदिर को सजाने के लिए खास तरह के पुष्प दिल्ली और कर्नाटक से लाए जाएंगे. इन फूलों की खास बात यह है कि यह एक सप्ताह तक मुरझाते नहीं है.
रामनवमी के दिन बधाई गीत गाए जाएंगे वेदों और पुराणों का पाठ होगा भोग के लिए 56 प्रकार के विशेष पकवान बनाए जाएंगे यानी हर्षोल्लास का वातावरण होगा. आपको बता दें कि रामनवमी से दो दिन पहले ही जन्मोत्सव शुरू हो जाएगा. श्री राम जन्मभूमि मंदिर ही नहीं बल्कि पूरी अयोध्या रामलला के जन्मदिन पर सजधज कर उनका अभिनंदन करेगी
सूर्यदेव करेंगे रामलला का अभिषेक
रामनवमी के दिन सबसे खास बात यह होगी कि उस दिन सूर्य भगवान राम जी का 12:00 बजे सूर्याभिषेक करेंगे. यह अद्भुत और अलौकिक दृश्य होगा. रामनवमी पर चार मिनट तक रामलला का सूर्य तिलक होगा। इसके लिए राममंदिर में उपकरण लगाए जा रहे हैं। दिन में 12 बजे ऑप्टोमैकेनिकल सिस्टम से सूर्य की किरणें प्रभु रामलला के ललाट पर डाली जाएगीं। मंदिर के भूतल पर दो दर्पण और एक लेंस लगाया जा चुका है।
फूलों से पूरा मंदिर सजाया जा रहा है. अयोध्या पूरी सजकर तैयार हो जाएगी. राम भक्त 12:00 बजे गर्भगृह का पर्दा हटने के बाद रामलला के दर्शन करेंगे. और इसी समय सूर्य की किरणें रामलला के ललाट पर पड़ेंगी और खुद सूर्य देवता उनका अभिषेक करेंगे.इस अद्भुत नजारे को देखने के लिए दूर-दूर से लोग अयोध्या पहुंच रहे हैं. करीब 50 क्विंटल फूलों से मंदिर और 70 एकड़ में फैले परिसर को सजाया जाएगा. रामनवमी पर हेलिकॉप्टर से गुलाब की पंखुड़ियों की वर्षा राम भक्तों पर की जाएगी.
हम आपको बता दे कि भगवान सूर्य से श्री राम का रिश्ता क्या है और सूर्य अभिषेक के मायने क्या है. गोस्वामी तुलसीदास ने इसका बड़ा मार्मिक वर्णन किया है. सूर्यवंश में श्री राम जब प्रकट हुए तब भगवान सूर्य ने कहा कि उनका मान बढ़ गया है और वे रामलला का जन्मोत्सव देख पाए. और अब ऐसा होने वाला है कि जब मध्याहन में रामलला की आरती हो रही होगी तब उनके मस्तिष्क पर सूर्य की किरणें पड़ेंगी. यह वैसा ही है जैसे किसी बालक के जन्मदिन पर उसके पूर्वज घर के बड़े लोग उसके सिर पर हाथ रखकर उसकी मंगल कामना करते हैं और आशीर्वाद देते हैं.
मंदिर ट्रस्ट ने अयोध्या और आसपास के जिलों के श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे दर्शन के लिए एक-दो दिन बाद आएं। मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक रामनवमी पर रामलला के दर्शन का एलईडी पर लाइव प्रसारण किया जाएगा।राम नवमी के पर्व पर 15 से 17 अप्रैल तक राम मंदिर से बिड़ला मंदिर तक जोड़ने वाले रास्ते को टेंट से कवर किया जा रहा है। सड़क पर कारपेट बिछाया जाएगा। रास्ते में 50 स्थलों पर पेयजल की व्यवस्था की जा रही है। गर्मी को देखते हुए श्रद्धालुओं को ओआरएस के पैकेट बांटने की भी तैयारी है। दर्शन मार्ग पर जगह जगह विश्राम स्थल की भी व्यवस्था की गई है
कब है रामनवमी 2024?
हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 16 अप्रैल मंगलवार को दोपहर 1 बजकर 23 मिनट से प्रारंभ हो रही है जो 17 अप्रैल को दोपहर 3 बजकर 15 मिनट तक पर समाप्त हो रही है। ऐसे में उदया तिथि के हिसाब से रामनवमी 17 अप्रैल 2024 को है।
रामनवमी 2024 शुभ मुहूर्त
रामनवमी के दिन भगवान राम की पूजा सुबह 11 बजकर 1 मिनट से दोपहर 1 बजकर 36 मिनट तक है। कुल अवधि 2 घंटे 35 मिनट तक है।
विजय मुहूर्त– दोपहर 02 बजकर 34 मिनट से 03 बजकर 24 मिनट तक।
गोधूलि मुहूर्त – शाम 06 बजकर 47 मिनट से 07 बजकर 09 मिनट तक