प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 सितंबर को सेंट्रल विस्टा एवेन्यू (Central Vista Avenue) का उद्घाटन करेंगे। आम लोगों के लिए सेंट्रल विस्टा 9 सितंबर से खुलेगा। इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक राजपथ के दोनों तरफ के क्षेत्र को सेंट्रल विस्टा (Central Vista) कहते हैं। इस क्षेत्र में राष्ट्रपति भवन, नॉर्थ ब्लॉक, साउथ ब्लॉक, रेल भवन, संसद भवन, कृषि भवन, निर्माण भवन, उद्योग भवन, रक्षा भवन, राष्ट्रीय संग्रहालय, राष्ट्रीय अभिलेखागार, बीकानेर हाउस, हैदराबाद हाउस समेत कई सरकारी इमारतें हैं। फिलहाल, कुछ हिस्से को ही अभी आम लोगों के लिए खोला जा रहा है, बाक़ी हिस्सों में पुनर्निर्माण पूरा होने पर खोला जाएगा।
विजय चौक से इंडिया गेट तक 3 किलोमीटर लंबा राजपथ आधुनिक सुविधाओं के साथ 19 महीने बाद फिर से खुलने को तैयार है। दिल्ली में पर्यटकों के लिए सबसे प्रिय जगह इंडिया गेट नए अवतार में लोगों को वापस मिलने वाला है। ‘सेंट्रल विस्टा एवेन्यू’ नाम से मशहूर इस जगह के पुनर्विकास का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों गुरुवार को होगा।
सेंट्रल विस्टा के निर्माण के लिए क्या किया गया?
सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत त्रिकोणीय आकार का नया संसद भवन, सभी मंत्रालयों के लिए केंद्रीय सचिवालय, नए कार्यालय, विजय चौक से इंडिया गेट तक तीन किलोमीटर लंबे राजपथ का कायाकल्प, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के लिए आवास का निर्माण किया जा रहा है। सेंट्रल विस्टा पर स्थित विरासत इमारतें जैसे संसद भवन, नॉर्थ ब्लॉक, साउथ ब्लॉक और राष्ट्रीय अभिलेखागार को संरक्षित किया जा रहा है। भारत के स्वर्णिम इतिहास को प्रदर्शित करने हेतु राष्ट्रीय संग्रहालय को नॉर्थ और साउथ ब्लॉक में स्थानांतरित किया जाएगा, जबकि कई पुराने भवन तोड़ दिए गए हैं ताकि नयी ज़रूरतों को पूरा किया जा सके।
सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत सांसदों के कार्यालयों का निर्माण होना है, सांसदों के दफ्तरों का निर्माण करने के लिए परिवहन भवन और श्रम शक्ति भवन में स्थित कार्यालयों को अब लुटियंस दिल्ली के केजी मार्ग पर स्थानांतरित किया जा रहा है।
राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्यपथ
इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक जाने वाले मार्ग जिसे अभी राजपथ के नाम से जाना जाता है उसका नाम बदल कर “कर्तव्यपथ” किया जा रहा है। उसी रात से इसके तीन हिस्से पहला, मान सिंह रोड से जनपथ, जनपथ से रफी मार्ग आम लोगों के लिए खुल जाएंगे। बाकी दो हिस्से- इंडिया गेट और सी-हेक्सागन बाद में खोले जाएंगे। इस एवेन्यू की पार्किंग शुरू में एक-दो महीने फ्री रहेगी, बाद में इसके रेट नई दिल्ली नगर पालिका निगम तय करेगी। यहां 1,125 कारों और 40 बसों की पार्किंग का इंतजाम किया गया है।
घूमने आने वाले लोग शॉपिंग भी कर पाएंगे
घूमने आने वाले लोग शॉपिंग कर सकें, इसके लिए 5 वेंडिंग जोन होंगे। हर जोन में 40-40 वेंडर होंगे। वेंडर छोटी-छोटी बास्केट में सामान बेचे सकेंगे। इस तरह से करीब 200 वेंडर्स होंगे। वहीं 8-8 दुकानों के दो ब्लॉक भी तैयार किए गए हैं, दिल्ली टूरिज्म के सहयोग से राज्यों को ये दुकानें दी गई हैं और यहां पर विभिन्न राज्यों के कल्चर से जुड़ी चीजें भी लोगों को मिल सकेंगी, पीने के पानी की भी व्यवस्था की गई है।
पैदल चलने वाले यात्रियों के लिए खास सुविधा
वेंडिंग प्लाजा इस तरह से बनाए गए हैं कि पैदल चलने वालों को कोई परेशानी न हो। यहां पर पैदल चलने वालों के लिए खासे इंतजाम किए गए हैं। कुल चार अंडरपास बनाए गए हैं। दो जनपथ की तरफ और दो अंडरपास सी-हेक्सागन की ओर बनाए गए हैं। पैदल चलने वालों की सुविधा के लिए 16 पुल भी बनाए गए हैं।
वाणिज्य भवन के पीछे बनी नहर और कृषि भवन की तरफ बनी नहर में बोटिंग की जा सकेगी। नहर का एरिया कुल 19 एकड़ के आसपास है।
74 ऐतिहासिक लाइट पोल को दोबारा लगाया गया
सेंट्रल विस्टा एवेन्यू नवीनीकरण परियोजना ने विरासत मूल्य वाले तत्वों को बहाल करते हुए एवेन्यू का आधुनिकीकरण किया। शहरी मामलों के मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 74 ऐतिहासिक लाइट पोल और सभी चेन लिंक को साइट पर बहाल, अपग्रेड और पुन: स्थापित किया गया है।
आगंतुकों के लिए जगह को सुरक्षित रखने का प्रयास
आगंतुकों के लिए जगह हमेशा सुरक्षित रहे, यह सुनिश्चित करने के लिए जहां कहीं आवश्यक हो, वहां 900 से अधिक नए लाइट पोल जोड़े गए हैं। ये राजपथ, नहरों, पेड़ों की पंक्तियों, नव निर्मित पार्किंग बे और इंडिया गेट सीमा के किनारे स्थित हैं।
इसी तरह परिसर के ऐतिहासिक चरित्र को बनाए रखने के लिए कंक्रीट के बोल्डरों को 1000 प्लस सफेद बलुआ पत्थर के बोल्डरों से बदल दिया गया है, और राजपथ के साथ पैदल पथ को मजबूत और टिकाऊ सामग्री के साथ पक्का किया गया है। इसके अलावा राजपथ के साथ-साथ, लॉन के पार, नहरों के साथ-साथ और इंडिया गेट परिसर में 16.5 किमी पैदल मार्ग को जोड़ा गया है।
नहरों के ऊपर 16 स्थायी पुलों का निर्माण
इसके अलावा, नहरों के ऊपर 16 स्थायी पुलों का निर्माण किया गया है, जिससे नहरों के बाहर की जगह सार्वजनिक उपयोग के लिए सुलभ हो गई है। इस जगह के एक हिस्से को बसों, दोपहिया, कारों, ऐप आधारित टैक्सियों और ऑटो रिक्शा के लिए पार्किं ग के रूप में डिजाइन किया गया है।
शौचालयों की भी है सुविधा
अधिकारी ने कहा कि एवेन्यू के साथ आठ अलग-अलग स्थानों पर शौचालय, वेंडिंग कियोस्क और पीने के पानी के फव्वारे के साथ आठ सुविधा ब्लॉक जोड़े गए हैं। कुल 64 महिला शौचालय, 32 पुरुष शौचालय और 10 सुलभ शौचालय जोड़े गए हैं। इसके अलावा विभिन्न स्थानों पर सात संगठित वेंडिंग प्लाजा भी जोड़े गए हैं।
व्यस्त जंक्शनों पर बनाए गए हैं अंडरपास
अधिकारियों ने कहा कि व्यस्त जंक्शनों पर चार नए पैदल यात्री अंडरपास बनाए गए हैं, ताकि पैदल चलने वालों की आवाजाही से वाहनों के आवागमन को अलग किया जा सके, जिससे सड़क को पार करना सुरक्षित हो सके। सभी सुविधा ब्लॉक और अंडरपास में बच्चों और विशेष रूप से विकलांग लोगों द्वारा सुरक्षित उपयोग के लिए उपयुक्त ऊंचाई पर रेलिंग के साथ रैंप हैं।
इसके अलावा गणतंत्र दिवस परेड की व्यवस्थाओं को मानकीकृत और एकीकृत किया गया है। गणतंत्र दिवस पर बैठने की व्यवस्था के लिए मॉड्यूलर ब्लीचर्स प्रस्तावित किए गए हैं, जिससे लॉन की स्थापना और निराकरण में समय और प्रयास की बचत होती है और लॉन को नुकसान कम होता है। प्रकाश के खंभे वार्षिक गणतंत्र दिवस परेड के लिए आवश्यक प्रौद्योगिकी और सेवाओं से सुसज्जित हैं, जो नई बिछाई गई भूमिगत सेवा लाइनों से जुड़े हैं।
फरवरी 2021 में शुरू हुआ था प्रोजेक्ट
यह प्रोजेक्ट (Central Vista Project) फरवरी 2021 में शुरू हुआ था और अब सेंट्रल विस्टा एवेन्यू (Central Vista Avenua) प्रोजेक्ट पूरा हो गया है, यहां पर 3,90,000 स्कवायर मीटर ग्रीन एरिया (Green Area) है, 8 सितंबर को सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के उद्घाटन के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम (Cultural Programme) भी होंगे। लोगों के टहलने के लिए 16.5 किमी के रास्ते को तैयार किया गया है। इस रास्ते पर लाल पत्थर (Red Stone) का प्रयोग किया गया है। रास्तों को 974 लाइट पोल से सजाया गया है। सुरक्षा के लिए 300 सीसीटीवी (CCTV) भी लगे हैं। करीब 1.1 लाख वर्ग मीटर इलाके में 4087 पेड़ों की हरियाली पहले की तरह ही बरकरार है। तक़रीबन 675 नए मार्ग पट्टिका लगाई गईं हैं।