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Petrol diesel price : New Year Gift देने जा रही मोदी सरकार, घटेंगे पेट्रोल-डीजल के दाम!

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Petrol diesel price : दोस्तों नया साल (New Year Gift) आने को है और नए साल में चुनाव भी होने है और मोदी सरकार नए साल पर देश की जनता को उपहार न दे या यू कहे चुनावी साल में जनता को खुश न करे ये हो ही नहीं सकता जी हाँ , मोदी जी महंगाई को देखते हुए बड़ी राहत देने जा रहे है खबर है की चुनाव से पहले पेट्रोल और डीजल के दाम मे भारी कटोती कर सकती है मोदी सरकार दोस्तों कई मीडिया प्लेटफॉर्म पर ये खबर छपी है 10 रुपये तक कम हो सकते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम अब दोस्तों आप सोचो जरा जो सरकार महंगाई का म तक नहीं बोलती है अचानक उसे आम जनता की इतनी फिक्र कैसे हो गई ????? पेट्रोल ओर डीजल के दामों को लेकर तो विपक्ष के नेता बोलते बोलते थक गए हार गए इतना हार गए की अब महंगाई मुद्दा ही नहीं रहा

क्या पेट्रोल-डीजल की कीमतों में होगी कटौती?

दोस्तों पेट्रोलियम मिनिस्ट्री और फाइनें​स मिनीस्ट्री के बीच काफी दिनों से इस बात पर चर्चा चल रही थी कि देश में पेट्रोल और डीजल सस्ता किया जाए या नहीं? अगर किया भी जाए तो कितना किया जाए? साथ ही इस बात पर भी चर्चा चल रही थी कि दोनों मंत्रालयों में कौन इसका भार उठाएगा? या फिर ऑयल कंपनियों पर ही इस पूरे खर्च का भार डाला जाए,,. जानकारों की मानें तो इस पूरे मामले पर दोनों मंत्रालयों के बीच सहमति बन चुकी है. पेट्रोल और डीजल को सस्ता करने की भी तैयारी हो चुकी है. जिसका ऐलान देश के प्रधानमंत्री खुद करने जा रहे हैं. आइए आपको भी बताते हैं आखिर सरकार की ओर से किस तरह का फार्मूला अपनाया जा रहा है?

नए साल में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तोहफा देते हुए पेट्रोल और डीजल की कीमत में 10 रुपए प्रति ​लीटर कटौती की घोषणा कर सकते हैं. इस फैसले को इसलिए अहम माना जा रहा है देश में महंगाई को कम करना सरकार का प्राइमरी टारगेट बन गया है. आरबीआई पहले ही महंगाई को कम करने के लिए ब्याज दरों में 2.50 फीसदी का इजाफा कर चुकी है. साथ ही खाद्य महंगाई को कम करने के लिए सरकार पहले से कई तरह के कदम उठा रही है. अब सिर्फ पेट्रोल और डीजल ही था जोकि सरकार के लिए गले की फांस बन रहा था.

लोकसभा चुनाव से पहले कम हो सकती है कीमत

सूत्रों ने बताया कि पेट्रोलियम मंत्रालय ने प्रधानमंत्री की मंजूरी के लिए पेट्रोल और डीजल में 8 से 10 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती को शामिल करते हुए एक प्रस्ताव तैयार किया है जिसे जल्द हरी झंडी मिल सकती है. इस क्वार्टर में तीनों कंपनियों को मिलाकर 28 हजार करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है. वहीं, पिछले तीन क्वार्टर में तीनों पेट्रोलियम कंपनियों को मिलाकर कुल एक लाख करोड़ का फायदा हुआ है. पेट्रोलियम कंपनियां एक लीटर पेट्रोल में 12 रुपये और डीजल पर 5 रुपये का मुनाफा ले रही हैं. एक साल से विश्व के बाजार में क्रूड आयल का दाम 75 डॉलर प्रति बैरल से कम है.

दोस्तों क्या आपको पता है ऐसा कदम मोदी सरकार अभी क्यों उठा रही है क्या पहले महंगाई नहीं थी महंगाई तो थी पहले भी पर एक चीज नहीं थी वो है चुनाव अब चुनाव है तो जनता को लुभाना भी तो है आप ही बताये और इससे अच्छा तरीका क्या हो सकता है रेवड़िया बाटने से कितना फायदा होता है इसका तोड़ तो बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में देख ही लिया 4 मे से 3 राज्यों में अपनी सरकार बना ली क्योंकि उसने वहाँ वे रेवड़िया बाटी जो और कोई पार्टी नहीं बाट पाई

बीजेपी को पता चल गया है अब महंगाई मुद्दा है चाहे उस पर बात हो या न हो महंगाई बीजेपी को डरा रही है अगर पेट्रोल डीजल के दाम कम नहीं कीये तो 2024 में मोदी सरकार महंगाई पर घिर सकती है दोस्तों जब भी पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ते है तो कहा जाता है तेल कंपनिया दाम बढ़ाती है सरकार नहीं और अब कहा जा रहा है की मोदी सरकार तेल कॉम्पनियों से बातचीत करके दाम कम कर रही है अब दोस्तों सवाल उठता है जब सरकार जी बातचीत करके दाम कम करा सकती है तो क्या बातचीत करके दाम बढ़ने से नहीं रोक सकती आपकी इस पर क्या राय है कमेन्ट कर जरूर बताएँ

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