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PM मोदी ने लाल किले के प्राचीर से 5 संकल्प सुनाएं

PM Modi delivers 5 resolutions

PM Modi delivers 5 resolutions from the ramparts

PM मोदी ने आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हुए लाल किले की प्रचीर से राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराने के बाद राष्ट्र को संबोधित किया पीएम मोदी ने करीब 82 मिनट लंबा भाषण भी दिया,,वही PM मोदी ने देशवासियों को 5 प्रन भी बताएं,,,सबसे पहले तो आप PM का पहला संकल्प देखिये ।

मोदी ने विकसित भारत का नारा तो दे दिया

दोस्तों लाल किले से PM मोदी ने विकसित भारत का नारा तो दे दिया लेकिन दोस्तों आज मंहगाई की मार से गरीब,,जो और गरीब होता जा रहा है आमिर और आमिर होता जा रहा है,,इस बारे में क्या कहेगें आप,,,आज बढ़ती मंहगाई ने सबकी कमर थोड़ दी है,,हमारी सरकार खुद मानती है की 80 करोड़ लोग कोरोना काल में सरकारी राशन के मोताज हो गए और मोदी जी ने लोगों को भूखे मरने से बचा लिया तो PM मोदी को लालकिले से विकसित भारत का रोडमैप भी बताना चाहिए था।

अपने अंदर से गुलामी के कतरा को बाहर निकाल दो


PM मोदी ने दूसरा संकल्प दिया की अपने अंदर अगर गुलामी का एक कतरा भी है तो उसे बाहर निकाल दो,,लेकिन दोस्तों आज हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे है,,देश को आजाद हुए 75 साल पुरे हो गए आखिर PM ने ऐसा क्यों कहा,,ये समझ नहीं आ रहा,,क्या प्रधानमंत्री लालकिले से मंहगाई ,बेरोजगारी और TAX की बात कर रहे थे,,क्यूंकि दोस्तों राशन की दूकान पर जाओ तो GST गुलामी काल बनी नजर आती है,,हाईवे पर चालों तो टोल tax की मार झेलनी पढ़ती है,,सरकारी भर्तियों के लिए युवाओं को आंदोलन करने पढ़ते है तो बेरोजगारी वाली गुलामी लोगों को दिखाई पढ़ती है।

हमे हमारी विरासत पर गर्व होना चाहिए

दोस्तों PM मोदी ने तीसरे संकल्प में कहा की हमे हमारी विरासत पर गर्व होना चाहिए..लेकिन हमारे PM खुद विदेशी दौरों पर हमारे विरासत का अपमान करते है,,इतिहास को कोसते है,,तो फिर लाल किले से ऐसे भाषण देने का कोई मतलब नहीं बनता ।

PM मोदी ने एकजुटता की बात की


दोस्तों चौथे संकल्प में PM मोदी ने एकजुटता की बात की लेकिन हमारे मोदी जी को अपने ड्रोन कैमरा से देखना चाहिए की हमारे देश में धर्म की राजनीती सबसे जयादा कौन सी पार्टी करती है,,कौन सी पार्टी है जो धर्म के नाम पर लोगों के बीच नफरत पैदा कर रही है।

PM मोदी ने कर्तव्य की बात की

दोस्तों पांचवे संकल्प में PM मोदी ने कर्तव्य की बात की और कहा की प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री और आम नागरिक में कर्तव्य निभाने में कोई फर्क नहीं होता लेकिन ऐसा है तो भासन के बाहर PM मोदी के व्यवहार में भी समानता नजर आनी चाहिए,,ऐसा नहीं की जनता को आप मास्क लगाने का प्रवचन दे और खुद मास्क न लगाएं,,दोस्तों पिछले दो साल में लोगों ने देखा की PM मोदी ने पब्लिक से भीड़ न जुटाने की अपील की,,भीड़ में न जाने का संदेश दिया,,लेकिन खुद बड़ी बड़ी रैलियां करते हुए नजर आये।

दोस्तों ऐसे में PM मोदी का ये भाषण और संकल्प BJP और खुद PM मोदी को आइना दिखाता है,,दोस्तों अगर वाकई में इन संकल्प को जमीनी स्तर पर सच करना है तो सरकार को खुद में कई बदलाव लाने होंगे तभी ये संकल्प सच हो पाएंगें ।

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