Paris Olympics 2024: दोस्तों क्या विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) के साथ साज़िश हुई है? पेरिस ओलंपिक के फाइनल मुक़ाबले से कुछ घंटे पहले विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित किया जाना देश की बेटी को कोई अखाड़े के मैदान में नहीं हरा पाया लेकिन साजिश के अखाड़े में हरा दिया गया 100 ग्राम वजन ज्यादा होने से फाइनल नहीं खेलने दिया जब बॉक्सर मैरीकॉम ने 4 घंटे में घटाया दो किलो वजन घटाया था तो क्या विनेश फोगाट का नहीं घटाया जा सकता था जब रात को वजन नियंत्रण मे था तो एक सुबह कैसे बढ़ गया विनेश का वजन 2 दिन तक स्थिर था लेकिन रातों-रात बढ़ गया। इसका कारण न्यूट्रिशन एक्सपर्ट को बताना चाहिए।साजिश के चलते विनेश ने कुश्ती से सन्यास लेने का ऐलान कर दिया है
पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं
विनेश मंगलवार को कुश्ती मुकाबले के गोल्ड पदक मुकाबले में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं। भारतीय ओलंपिक कमेटी ने बुधवार को कहा “आज सुबह उसका वजन 100 ग्राम अधिक पाया गया। नियम इसकी अनुमति नहीं देते और उसे अयोग्य घोषित कर दिया गया।”भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष संजय सिंह का कहना है “सरकार ने विनेश फोगाट को उनके कोच न्यूट्रिशन एक्सपर्ट और फिजियो उपलब्ध कराए थे ये सभी खेल गांव में उनके साथ थे। विनेश का वजन 2 दिन तक स्थिर था लेकिन रातों-रात बढ़ गया। इसका कारण न्यूट्रिशन एक्सपर्ट को बताना चाहिए। मुझे नहीं लगता कि यहां विनेश की कोई गलती है। वह शानदार प्रदर्शन कर रही थीं और पूरे मैच में यहां जिम्मेदारी उसके कोच और सहयोगी स्टाफ की है। उनका वजन कैसे बढ़ा इसकी जांच होनी चाहिए। मैं केंद्र सरकार से उनके (कोच और सहयोगी स्टाफ) खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं।’
दोस्तों भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष ने यह बयान पेरिस में दिया है।और ये महासंघ के पिछले अध्यक्ष और भाजपा नेता ब्रजभूषण शरण सिंह के करीबी लोगों में हैं। उनका वहां सक्रिय होना और घटना पर फौरन प्रतिक्रिया देना यह बताता है कि वो तमाम बारीकियों से वाकिफ थे। संजय सिंह पहलवान विनेश फोगाट के कोच के खिलाफ एक्शन क्यों चाहते हैं। क्या कोच की जिम्मेदारी मेडिकल पक्ष देखने की भी होती है। भारतीय दल के साथ पेरिस गए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनशॉ पौडीवाल ने कहा “…विनेश के न्यूट्रिशन विशेषज्ञ ने महसूस किया कि वह दिन भर में 1.5 किलोग्राम की सामान्य मात्रा लेती है जो मुकाबलों के लिए पर्याप्त ऊर्जा देती है। कभी-कभी किसी प्रतियोगिता के बाद वजन बढ़ने का एक कारण यह भी होता है। विनेश ने तीन मुकाबले किए थे कुछ मात्रा में पानी देना पड़ा। हमने पाया कि भागीदारी के बाद उनका वजन सामान्य से अधिक बढ़ गया था और कोच ने वजन घटाने की सामान्य प्रक्रिया शुरू की जो वह हमेशा विनेश के साथ करते थे। सभी प्रयासों के बावजूद हमने पाया कि विनेश का वजन उसके 50 किलोग्राम भार वर्ग से 100 ग्राम अधिक था। हमने उसके बाल काटने और उसके कपड़े छोटे करने सहित सभी संभावित कड़े उपाय किए इसके बावजूद विनेश को अयोग्यता से बचाया नहीं जा सका। “
अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा
आपको बता दे की भारतीय दल के साथ पेरिस गए डॉ दिनशॉ पौडीवाल मुख्य चिकित्सा अधिकारी हैं। उनका किसी खिलाड़ी के वजन के मैनजमेंट से कोई लेना देना नहीं है। लेकिन वे विनेश फोगाट के वजन मैनेजमेंट पर बोल रहे हैं। भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा- “मैं इस खबर से निराश हूं। मैं विनेश से मिली। वह ठीक हैं। वह थोड़ी निराश हैं। उनका सपोर्ट स्टाफ और हमारे पूरे स्टाफ ने उनका वजन कम करने के लिए हर संभव कोशिश की।’ लेकिन आपको बता दे कि पीटी उषा रेसलर विनेश फोगाट से मिलने तभी गईं जब भारत से पीएम मोदी का फोन पहुंचा। मोदी ने पीटी उषा से इस मुद्दे पर कड़ा विरोध दर्ज कराने को कहा था लेकिन वो विनेश की स्थिति के बारे में बताती रहीं और अंत में कहा कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय संस्था से इस संबंध में बात की है
विनेश पर संसद मे केन्द्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने सदन में कहा ”…आज उनका (विनेश) वजन 50 किलो 100 ग्राम पाया गया और उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। भारतीय ओलंपिक संघ ने यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है। IOA अध्यक्ष पीटी उषा पेरिस में हैं। प्रधानमंत्री ने की बात उनसे मुलाकात की और उन्हें आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा… सरकार ने उन्हें निजी स्टाफ समेत हर सुविधा मुहैया कराई…।”
संसद में बयान दिया
दोस्तों सरकार का संसद में यह बयान कुछ भी साफ नहीं करता है कि आखिर मात्र सौ ग्राम वजन के लिए किसी खिलाड़ी को अयोग्य घोषित कर दिया जाए और भारतीय ओलंपिक दल वहां तमाशाई बना रहे।चुपचाप देखता रहे। आपको बता दे की ओलम्पिक टीम के साथ बड़ा सपोर्ट स्टाफ़ होता है। खिलाड़ी बस खेल पर केंद्रित होता है। भोजन-पानी रहना सोना मालिश दवा इलाज नियम-कानून का ध्यान रखना टीम प्रबंधन टेक्निकल टीम सहायक स्टाफ कोच आदि की जिम्मेवारी है। पहले 300 ग्रा कम था फिर 100 ग्राम ज्यादा यानी सपोर्ट स्टाफ की साफ लापरवाही है।”वजन देखना जांचना नियंत्रण में रखना मैनेजर सपोर्टिंग स्टाफ का काम होता है। पहलवान का काम केवल अपना कन्सन्ट्रेशन बनाए रखना और लड़ना होता है। किसकी गलती है किसका दोष किसकी साजिश?’आप समझ सकते है
विनेश फोगाट ने डिस्क्वालिफाई घोषित किए जाने के बाद कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया है. विनेश फोगाट ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान करते हुए कहा था “मां कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब. अलविदा कुश्ती 2001-2024. आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी.”
आपको बता दे की अयोग्य घोषित करने के बाद कोर्ट ऑफ एब्रीट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) में अपील की थी. पहले उन्होंने फाइनल मैच खेलने के लिए कहा था लेकिन बाद में जो लेटर लिखा गया उसमें उन्होंने इस इवेंट के लिए सिल्वर मेडल दिए जाने की मांग की है. वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ऐलान किया है कि सरकार विनेश फोगाट का स्वागत और अभिनंदन एक मेडलिस्ट की तरह ही किया जाएगा. हरियाणा सरकार ओलंपिक में रजत पदक विजेता को जो सम्मान इनाम और सुविधाएं देती है वो सभी विनेश फोगाट को भी कृतज्ञतापूर्वक दी जाएंगी. सीएम सैनी ने X पर लिखा “हरियाणा की हमारी बहादुर बेटी विनेश फोगाट ने जबरदस्त प्रदर्शन करके ओलंपिक में फाइनल में प्रवेश किया था. किन्हीं भी कारणों से वो भले ही ओलंपिक का फाइनल नहीं खेल पाई हों लेकिन हम सबके लिए वो एक चैंपियन है.”
बता दे की हरियाणा सरकार ने पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी को छह करोड़ रुपये सिल्वर जीतने वाले को चार करोड़ रुपये और ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले को ढाई करोड़ रुपये की इनाम राशि देने की घोषणा की थी. इसके अलावा राज्य सरकार ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को भी 15 लाख रुपये की राशि दी जाएगी. इसके साथ ही मेडल के हिसाब से ग्रुप A ग्रुप B या ग्रुप C की सरकारी नौकरी भी दी जाएगी. दोस्तों सभी जानते है विनेश फोगाट देश के लिए स्वर्ण पदक जीतने के बहुत करीब थीं। जिस इरादे से उन्हें हटाया गया है वह खेल राजनीति है… जिस तरह से उन्हें हटाया गया है यह देश के लिए दुखद हैखैर आपकी इसपर क्या राय है हमे कमेन्ट कर जरूर बताएँ