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New Parliament inauguration: संसद के उद्घाटन समारोह पर क्यों आगबबूला विपक्ष?

new sansad bhavan

new sansad bhavan

दोस्तों नए नवेले संसद के उद्घाटन (new sansad bhavan design kisne kiya) से पहले ही उस पर ग्रहण लग गया है,,जी हाँ दोस्तों देश के नए संसद भवन का 28 मई को उद्घाटन होगा,,हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस भवन का उद्घाटन करेंगे,,लेकिन अब इस खूबसूरत बिल्डिंग को लेकर,, देश में सियासत छिड़ गई है,,राजनितिक पार्टियां पीएम मोदी की आलोचना कर रहे हैं,,यहां तक की दोस्तों,,19 विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह के बहिष्कार का ऐलान भी कर दिया है.

राष्ट्रपति है संसद का प्रमुख

दोस्तों कायदे से देखा जाए तो नए संसद भवन का उद्धघाटन राष्ट्रपति को करना चाहिए,,न की प्रधानमंत्री को,,क्यूंकि राष्ट्रपति न केवल भारत में राज्य का प्रमुख होता है, बल्कि संसद का एक अभिन्न अंग भी होता है,,राष्ट्रपति के बिना संसद कार्य नहीं कर सकती है,,लेकिन मोदी जी को 2024 के चुनाव में ये भी तो बताना है की उन्होंने अपने कार्यकाल में किन किन भवनों का,,ट्रेनों का,एयरपोटो का उद्घाटन किया है,,तभी तो वो हर जगह हरी झंडी दिखाने पहुंच जाते है,,अब जनता जनाधन को बताना भी तो है की उन्होंने क्या क्या बनवाया है

सरकार लोकतंत्र को खतरे में डाल रही

दोस्तों विपक्षी नेताओं का कहना है की सरकार लोकतंत्र को खतरे में डाल रही है और निरंकुश तरीके से नए संसद का निर्माण किया गया और अब जिस तरह से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पूरी तरह से दरकिनार करते हुए नए संसद बिल्डिंग का उद्घाटन प्रधानमंत्री से कराने का निर्णय लिया गया, वह राष्ट्रपति पद का न केवल अपमान है, बल्कि लोकतंत्र पर सीधा हमला है.

कोरोना महामारी के दौरान बड़े खर्चे पर बनाया

दोस्तों नया संसद भवन (new sansad bhawan ka design kisne taiyar kiya) सदी में एक बार आने वाली कोरोना महामारी के दौरान बड़े खर्चे पर बनाया गया है, जिसमें भारत के लोगों या सांसदों से कोई परामर्श नहीं किया गया है, जिनके लिए बनाया जा रहा है,,उन नेताओं ने भी इसका बहिष्कार कर दिया है,,दोस्तों इस लिस्ट में कौन कौन सी राजनितिक पार्टियां है वो हम आपको बता देते है

इन राजनितिक पार्टियां ने किया बहिष्कार

उद्घाटन में नही बुलाया राष्ट्रपति को

दोस्तों BJP अक्सर ये कहती रहती है की उन्होंने ,,दलित, पिछड़ों और आदिवासियों के लिए,, उनकी पार्टी कार्य करने के लिए,, हमेशा तत्पर रहती है,,लेकिन देखिए जब राम  मंदिर का शिलान्यास किया गया तब पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी को नहीं बुलाया गया,,और अब नए संसद भवन के उदघाटन समारोह में महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू के हाथों उद्घाटन तो छोड़िये उनको बुलाया तक नहीं गया,,जबकि राष्ट्रपति संसद का प्रमुख होता है,,

राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू देश की पहली आदिवासी नागरिक

दोस्तों ऐसा लगता है कि मोदी सरकार सिर्फ चुनावी फायदा उठाने के लिए दलित और आदिवासी समुदाय से राष्ट्रपति बनाती है। राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू देश की पहली नागरिक हैं। संसद की प्रमुख है,,महामहिम है,,आदिवासी महिला भी हैं,,लेकिन दलितों और आदिवासियों का आदर सत्कार करने वाली BJP पार्टी ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के लिए उनको पूछा तक नहीं,,दोस्तों क्या ये राष्ट्रपति पद का अपमान नहीं है,,दोस्तों आपका इस बारे में क्या कहना है आप हमे कमेंट बॉक्स में कमेंट कर जरूर बताएं

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नई संसद भवन का निर्माण कब हुआ?

इसका निर्माण 15 जनवरी 2021 को शुरू हुआ था. इसे बनाने का टेंडर टाटा प्रोजेक्ट को साल 2020 के सितंबर में दिया गया था. नए संसद भवन के आर्किटेक्ट बिमल पटेल हैं. साल 2019 में उन्हें पद्मश्री से नवाजा जा चुका है.


संसद के नए भवन का नाम क्या है?

नया संसद भवन, नई दिल्ली।

नए संसद भवन का उद्घाटन कौन करेगा?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला 28 मई को नए संसद भवन को राष्ट्र को समर्पित करेंगे।

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