mughal garden renamed to amrit udyan: राजधानी दिल्ली (Delhi) में राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) का मुगल गार्डन अब ‘अमृत उद्यान’ (Amrit Udyan) कहलाएगा. बीजेपी (BJP) नेताओं ने केंद्र सरकार के फैसले को ‘ऐतिहासिक’ करार देते हुए शनिवार को स्वागत किया. उन्होंने कहा कि अब भारत गुलामी की मानसिकता से बाहर निकल रहा है. मुगल गार्डन का नाम बदले जाने पर विपक्ष की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है. कांग्रेस (Congress) नेता राशिद अल्वी (Rashid Alvi) ने मोदी सरकार (Modi Government) पर हमला बोलते हुए कहा, “बीजेपी सरकार की ये आदत है, शहरों का, सड़क का नाम बदलते हैं. अब गार्डन का भी नाम बदल दिया. अंग्रेजों के रखे हुए नाम को बदलना इतिहास नहीं है. नासमझ लोगों के हाथ में अब सरकार आ गई है.” बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने ‘अमृत उद्यान’ की नयी पट्टिका का वीडियो ट्विटर पर साझा करते हुए ट्वीट किया,‘‘स्वागत, स्वागत, स्वागत.’’ संबित पात्रा ने फैसले की सराहना करते हुए कहा, ‘‘अमृत काल के दौरान गुलामी की मानसिकता से बाहर आने की दिशा में मोदी सरकार ने एक और ऐतिहासिक कदम उठाया है. राष्ट्रपति भवन का मुगल गार्डन अब अमृत उद्यान के नाम से जाना जाएगा.’’
31 जनवरी से 26 मार्च तक खुला रहेगा मुगल गार्डन
राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि इस साल 31 जनवरी से 26 मार्च तक जनता के लिए अमृत उद्यान (मुगल गार्डन) खुला रहेगा. इसके बाद 28 मार्च को सिर्फ किसानों के लिए और 29 मार्च को दिव्यांग जनों के लिए ये गार्डन खोला जाएगा. इसके बाद 30 मार्च को पुलिस, सुरक्षा बल और सेना के परिवारों को गार्डन में एंट्री मिलेगी.
इस दौरान विजिटर यहां पर मौजूद खूबसूरत फूलों का आनंद ले सकेंगे. गौरतलब है कि अमृत उद्यान (मुगल गार्डन) में 12 तरह के खूबसूरत ट्यूलिप के फूल हैं. गार्डन जल्द ही आम लोगों के लिए खुलने वाला है. इस गार्डन में कई तरह के खूबसूरत फूल और पौधे लगाए गए हैं. इनमें से ट्यूलिप और गुलाब के फूल लोगों के आकर्षण का बड़ा केंद्र हैं.
ऑनलाइन पास के जरिए मिलेगी एंट्री
राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि अमृत उद्यान में उन्हीं लोगों को जाने की इजाजत होगी, जो लोग ऑनलाइन अग्रिम बुकिंग के जरिए पास लेकर आएंगे. एहतियात के तौर पर वॉक-इन एंट्री की सुविधा नहीं होगी. गौरतलब है कि पिछले साल भी वॉक-इन एंट्री की सुविधा नहीं थी. तब भी अग्रिम ऑनलाइन बुकिंग करने वालों को ही गार्डन में जाने की इजाजत दी गई थी.
mughal garden renamed to amrit udyan ये है गार्डन में जाने का समय
गार्डन सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक खुला रहेगा. अमृत उद्यान में जाने के लिए सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक 7500 लोगों के लिए ही टिकट जारी किए जाएंगे. इसके बाद 12 से शाम के चार बजे तक गार्डन में जाने के लिए एक फिर से 10 हजार लोगों को पास जारी किए जाएंगे. यह राष्ट्रपति भवन में उद्यान भवन की तरह होगा.
अमृत उद्यान है आकर्षण का केंद्र
राष्ट्रपति भवन स्थित अमृत उद्यान पर्यटकों के लिए आकर्षण का बड़ा केंद्र है। यहां पर ब्रिटिश और मुगल दोनों के उद्यानों की झलक मिलती है। इसे बनाने के लिए एडविन लुटियंस ने पहले देश-दुनिया के उद्यानों का अध्ययन किया था। इस उद्यान में पौधारोपण में करीब एक साल का वक्त लगा था।
बदल चुके हैं कई नाम
दरअसल, सरकारें समय-समय पर कई जगहों के नाम बदलती रहती हैं। इस क्रम में कई भवनों, संस्थाओं और सड़कों के नाम बदले जा चुके हैं। औरंगजेब रोड का नाम बदलकर अब्दुल कलाम रोड, योजना आयोग का नाम बदलकर नीति आयोग, रेसकोर्स रोड का नाम बदलकर लोक कल्याण मार्ग और फिरोज शाह कोटला स्टेडियम का नाम बदलकर अरुण जेटली स्टेडियम रखा जा चुका है।
अमृत उद्यान में ये सब है खास
बता दें कि रायसीना हिल्स स्थित राष्ट्रपति भवन के अंदर 15 एकड़ में अमृत उद्यान है, जिसमें 10 से अधिक गार्डन हैं, जिसमें गुलाब, विभिन्न फूल, सेंट्रल लॉन एंड लॉग, सर्कुलर, स्पिरिचवल, हर्बल (33 औषधीय पौधे), बोन्साई (ढाई सौ प्लांट), कैक्ट्स (80 वेरायटी) व नक्षत्र गार्डन (27 वेरायटी) शामिल हैं। इसके अलावा यहां करीब 160 वेरायटी के पांच हजार पेड़ भी शामिल हैं। इसके अलावा नक्षत्र गार्डन भी है, लेकिन वहां आम लोग यहां पर फरवरी से लेकर मार्च में निर्धारित दिन तक ही घूमने जा सकते हैं। इसके बाद यहां का गेट बंद हो जाता है।
निशुल्क है प्रवेश
अगर आप अमृत उद्यान मेट्रो से जाना चाहते हैं तो आपके लिए सबसे नजदीकी मेट्रो स्टेशन सेंट्रल सेक्रेटरिएट होगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें अमृत उद्यान में एंट्री निशुल्क है आप अपने साथी के साथ अच्छा समय बीता सकते हैं। अमृत उद्यान सोमवार को बंद रहता है आप इस दिन ना आएं इसके अलावा इस साल होली पर भी बंद रहेगा, साथ ही यहां खाने-पीने का समान लेकर जाना सख्त मना है।
भाजपा नेताओं ने मुगल गार्डन के नए नाम का स्वागत किया
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई नेताओं ने मुगल गार्डन का नाम बदलकर ‘अमृत उद्यान’ करने के फैसले का स्वागत किया है। भाजपा नेताओं ने इसे ‘ऐतिहासिक’ करार देते हुए कहा कि यह दिखाता है कि भारत गुलामी की मानसिकता से बाहर निकल रहा है। गिरिराज सिंह ने ‘अमृत उद्यान’ की नए साइन बोर्ड का वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा- ‘स्वागत, स्वागत, स्वागत।’ वहीं, संबित पात्रा ने फैसले को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा कि ‘अमृत काल में गुलामी की मानसिकता से बाहर आने की दिशा में मोदी सरकार ने एक और ऐतिहासिक कदम उठाया है। राष्ट्रपति भवन स्थित मुगल गार्डन अब ‘अमृत उद्यान’ के नाम से जाना जाएगा।’
होली के अवसर पर आम लोगों के लिए बंद रहेगा अमृत उद्यान
राष्ट्रपति भवन की प्रेस सचिव नविका गुप्ता ने इसकी जानकारी देते हुए मीडिया को संबोधित किया. साथ ही यह भी जानकारी दी गयी है कि यह उद्यान आम जनता के लिए सोमवार को छोड़कर हर दिन खुला रहेगा. साथ ही जानकारी यह भी मिल रही है कि यह उद्यान होली के अवसर पर आम लोगों के लिए बंद रहेगा. साथ ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उप प्रेस सचिव नविका गुप्ता ने कहा, “स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के समारोह के अवसर पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के अवसर पर, भारत के राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन उद्यान को अमृत उद्यान के रूप में एक सामान्य नाम दिया है.
पब्लिक के लिए 31 जनवरी से 8 मार्च तक खुलेगा यह उद्यान
साथ ही बता दें कि पब्लिक के लिए यह उद्यान 31 जनवरी से 26 मार्च तक खुलेगा. अमृत उद्यान का उद्घाटन 29 जनवरी रविवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा किया जाएगा और 31 जनवरी से 26 मार्च तक दो महीने के लिए जनता के लिए खुला रहेगा. आमतौर पर, उद्यान एक महीने के लिए जनता के दर्शन के लिए खुला रहता है – फरवरी से मार्च – जब फूल पूरी तरह खिल चुके होते हैं. नविका गुप्ता ने कहा कि दो महीने की खिड़की के अलावा जो जनता के देखने के लिए उपलब्ध कराई गई है, सरकार ने बगीचे को विशेष समूहों, जैसे कि किसानों और अलग-अलग विकलांगों द्वारा देखने के लिए खुला रखने की भी योजना बनाई है.
अमृत उद्यान है आकर्षण का केंद्र
राष्ट्रपति भवन स्थित अमृत उद्यान पर्यटकों के लिए आकर्षण का बड़ा केंद्र है। यहां पर ब्रिटिश और मुगल दोनों के उद्यानों की झलक मिलती है। इसे बनाने के लिए एडविन लुटियंस ने पहले देश-दुनिया के उद्यानों का अध्ययन किया था। इस उद्यान में पौधारोपण में करीब एक साल का वक्त लगा था।
गार्डन में ट्यूलिप के 12 तरह के खूबसूरत फूल हैं
वीजिटर यहां पर मौजूद खूबसूरत फूलों का आनंद ले सकेंगे. गौरतलब है कि अमृत उद्यान (मुगल गार्डन) में 12 तरह के खूबसूरत ट्यूलिप के फूल हैं. गार्डन जल्द ही आम लोगों के लिए खुल दिया जाएगा. इस गार्डन में ट्यूलिप और गुलाब के फूल सबसे ज्यादा लोगों के आकर्षण के केंद्र होते हैं.
‘नासमझ लोगों के हाथ में देश है’
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी की आदत है सड़कों का नाम बदल दो इमारतों का नाम बदल दो मुगल गार्डन का नाम बदल दो यही उनका विकास है. उन्होंने कहा राष्ट्रपति भवन भी अंग्रेजों ने बनाया था क्या उसका नाम बदलेंगे या उसे गिराएंगे, लाल किला भी मुगलों ने बनाया, क्या ताजमहल को भी गिरा देंगे या नाम बदल देंगे.जब तक बीजेपी सरकार में है तब तक वह जो चाहे नाम बदल सकती है लेकिन आने वाली सरकारी भी अगर नाम बदलने लगी तो यह कड़ी कहां जाकर रुकेगी
कई हिस्सों में बंटा है मुगल गार्डन
आपको बता दें कि मुगल गार्डन कई हिस्सों में बंटा है. इसमें रोज गार्डन के साथ ही बायो डायवर्सिटी पार्क, हर्बल गार्डन, बटरफ्लाई, न्यूट्रीशियन गार्डन और बायो म्यूजिकल फाउंटेन, सनकीन गार्डन, कैक्टस गार्डन, फ्यूल पार्क भी है. जहां लोग घूमने के साथ तरह-तरह के फूलों को देख सकते हैं. अब इन सभी गार्डन्स को अमृत उद्यान के नाम से जाना जाएगा.
मुगल गार्डन को सर एडवर्ड लुटियन्स किया था डिजाइन
मुगल गार्डन को पहले फर्स्ट गार्डन ऑफ रिपब्लिक कहा जाता था। अंग्रेजी वास्तुकार सर एडवर्ड लुटियन्स ने इसे डिजाइन किया था। मुगल गार्डन का डिजाइन ताजमहल के बगीचों, जम्मू और कश्मीर के बगीचों और भारत और पर्शिया की बड़ी पेंटिंग से इंस्पायर था।
राष्ट्रपति भवन में 3 और गार्डन
भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने साल 2002 में राष्ट्रपति भवन एस्टेट में हर्बल गार्डन की स्थापना की। यहां पर करीब 33 औषधीय और सुगंधित पौधे हैं। दूसरा स्पिरिच्युअल गार्डन राष्ट्रपति भवन में एक अनूठी सोच है। तीसरा है म्यूजिकल गार्डन – फरवरी 2006 में इसका उद्घाटन किया गया।