Bharat Jodo Nyay Yatra: कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को मणिपुर (Manipur) के पैलेस ग्राउंड से शुरू करने की इजाजत मिल गई है. मणिपुर के गृह विभाग ने कांग्रेस को कुछ शर्तों के साथ ये इजाजत दी है. इससे पहले मणिपुर में हिंसा को देखते हुए राज्य सरकार ने कांग्रेस की इस यात्रा को अनुमति देने से इनकार कर दिया था. बुधवार, 10 जनवरी को यात्रा को इजाजत (Congress) न मिलने के मुद्दे को कांग्रेस ने मीडिया के सामने उठाया था. जिसके बाद मणिपुर के गृह विभाग ने इंफाल पूर्व के जिलाधिकारी को एक पत्र लिखा और शर्तों के साथ ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के कार्यक्रम को इजाजत देने को कहा
इंफाल पूर्व के जिलाधिकारी ने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ से जुड़े शुरूआती (Rahul Gandhi) कार्यक्रम को शर्तों के साथ इजाजत दे दी. जो शर्तें बताई गई हैं उनके मुताबिक, यात्रा के इस शुरुआती समारोह के दौरान हप्ता कांगजीबुंग पैलेस ग्राउंड पर सीमित संख्या में ही लोग शामिल होने चाहिए. जो भी लोग यात्रा को हरी झंडी दिखाने के इस कार्यक्रम में शामिल होंगे, उनके नाम पहले ही प्रशासन को भेजने होंगे. प्रशासन के मुताबिक ये शर्तें एहतियात के तौर पर लगाई गई हैं.
मणिपुर सरकार ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा को मंजूरी
इससे पहले कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर संकट के बादल मंडराने लगे थे. खबर आई थी कि 14 जनवरी को मणिपुर के जिस ग्राउंड से ये यात्रा शुरू होनी है उसके लिए मणिपुर सरकार ने मंजूरी नहीं दी है. इस मामले में कांग्रेसी सांसद केसी वेणुगोपाल ने प्रतिक्रिया दी थी. बुधवार को दिल्ली में पार्टी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वेणुगोपाल ने कहा था
‘हमें जानकारी मिली है कि मणिपुर सरकार ने इंफाल के पैलेस ग्राउंड में यात्रा से जुड़ी हमारी एक एप्लीकेशन खारिज कर दी है… हम जब इस यात्रा को पूर्व से पश्चिम तक आयोजित कर रहे हैं,, तब हम मणिपुर को कैसे नजरअंदाज कर सकते हैं? ऐसे में हम लोगों को क्या संदेश देंगे? इसपर राजनीति नहीं होनी चाहिए.’
कांग्रेस पार्टी की तरफ से आए इन बयानों के बाद कुछ घंटे बाद ही खबर आई कि मणिपुर सरकार ने शर्तों के साथ ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ की अनुमति दे दी है. कांग्रेस चीफ केशम मेघचंद्रा ने CM एन बीरेन से मुलाकात की उन्होंने मीडिया को बताया कि मैंने मुख्यमंत्री से कहा है हम इस यात्रा के दौरान कांग्रेस का झंडा नहीं फहराएंगे न ही ये यात्रा राजनीतिक होगी। अब हम इस यात्रा को थोउबल जिले में प्राइवेट प्रॉपर्टी से शुरू करने पर विचार कर रहे हैं।
14 राज्य और 85 जिलों को कवर करेगी भारत जोड़ो न्याय यात्रा
दोस्तों 14 जनवरी को मणिपुर से राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू करने वाले हैं जिसके जरिए वो मणिपुर में हुई हिंसा और देश में हो रहे अन्याय के खिलाफ इस यात्रा के जरिए आवाज उठाएंगे। हालांकि, यात्रा शुरू होने से पहले ही मणिपुर के हालात एक बार फिर बिगड़ने लगे हैं क्योंकि मणिपुर को लेकर ताजा अपडेट के मुताबिक, मणिपुर के सीमावर्ती शहर मोनेह में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है।
आपको बता दें कि , मणिपुर में बीते कई महीनों से हिंसा चल रही है। बीच मे हालात थोड़े संभले थे लेकिन भारत-म्यांमार सीमा पर मणिपुर पुलिस और उग्रवादियों के बीच हुई गोलीबारी के कारण एक बार फिर देखते ही देखते हिंसा एक बार फिर भड़क गई और गंभीर हो गई। जिसपर मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने गंभीर स्थिति को स्वीकार करते हुए कहा कि,, सुरक्षा बलों पर हमलों के लिए जिम्मेदार अपराधियों को पकड़ने के लिए असम राइफल्स, बीएसएफ और राज्य पुलिस के संयुक्त प्रयास से वर्तमान में बड़ें पैमाने पर तलाशी अभियान चल रहा है.
भारत जोड़ो न्याय यात्रा राहुल गांधी के नेतृत्व में 66 दिनों तक चलेगी। जिसकी शुरुआत मणिपुर से ही होगी। देश के 110 जिलों, 100 लोकसभा सीटों और 337 विधानसभा क्षेत्रों से होकर 20 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी। दोस्तों जिस मणिपुर के हालात जानने कभी प्रधानमंत्री मोदी नहीं पहुचे वहा के हिंसा पीड़ितों से राहुल गांधी रूबरू होंगे अब देखना ये है क्या मणिपुर सरकार वहा के हालात सुधार पाएगी खैर, आप राहुल गांधी के इस यात्रा और मणिपुर में हुई हिंसा के बारे में क्या सोचते हैं हमें कमेंट करके जरूर बताएं