Loksabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव के चौथे चरण तक मतदान हो चुका है लेकिन फिर भी चुनाव मुद्दा विहीन नजर आ रहा है मंगलसूत्र मुस्लिम हिन्दूआरक्षण से लेकर अब चुनाव उतराधिकारी उम्र पर आ लटका है जी हाँ प्रचार में अब नेताओं की उम्र का मुद्दा बन गया अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री की उम्र का मुद्दा बनाया है तो प्रधानमंत्री भी किसी तरह से राहुल गांधी की उम्र खींच कर ले आए हैं।मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को चुनौती दी है कि वे अपने उत्तराधिकारी का नाम बताएं।क्योंकि उनकी उम्र रिटायर होने की हो चुकी है केजरीवाल पूछ रहे है मोदी जी रिटायर होंगे या नहीं अब इस सवाल का जवाब PM मोदी ने रैली के दौरान दिया और साथ मे इसका खुलासा किया की अगला पीएम कौन होगा?
केजरीवाल ने पूछा सवाल
केजरीवाल ने रविवार को लगातार दूसरे दिन प्रेस कांफ्रेंस की और फिर प्रधानमंत्री मोदी के रिटायरमेंट का मुद्दा उठाया। विडिओ लगानी है केजरीवाल ने कहा- अगले साल प्रधानमंत्री मोदी 75 साल के हो जाएंगे। उनके रिटायरमेंट का भाजपा नेताओं ने खंडन किया है। प्रधानमंत्री इस पर चुप हैं। उन्हें अपने उत्तराधिकारी का नाम बताना चाहिए। यहाँ तक सुना आपने अगर प्रधानमंत्री मोदी रिटायर नहीं होंगे तो वे कह दें कि 75 साल उम्र होने पर रिटायरमेंट का नियम उन पर लागू नहीं होगा। ये नियम सिर्फ आडवाणी और कुछ अन्य नेताओं के लिए था। बता दे की केजरीवाल ने शनिवार को भी कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले साल 17 सितंबर को 75 साल के हो जाएंगे। क्या भाजपा उन्हें रिटायर करेगी। अगर भाजपा ये चुनाव जीतती है तो मोदी अमित शाह को प्रधानमंत्री बनाएंगे।इसके बाद केजरीवाल की पार्टी ने अमित शाह का ही एक वीडियो वायरल किया जिसमें वे 75 साल की उम्र सीमा के नियम का हवाला दे रहे हैं। वैसे पार्टी इसे कब का पीछे छोड़ चुकी है और इस बार ही हेमामालिनी सहित कई नेता ऐसे लड़ रहे हैं जो 75 साल के आसपास या उससे ज्यादा उम्र के हैं।
बहरहाल केजरीवाल के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल की उम्र से कांग्रेस की सीट को जोड़ते हुए एक शिगूफा छोड़ा और कहा कि कांग्रेस पार्टी को उसके शहजादे की उम्र से भी कम सीटें मिलेंगी। यानि राहुल गांधी 54 साल के हैं। तो प्रधानमंत्री का कहना है कि कांग्रेस को 54 से कम सीटें मिलेंगी। पिछली बार कांग्रेस को 52 सीटें मिली थीं और वह दो सीट से वह मुख्य विपक्षी पार्टी का दर्जा हासिल करने में नाकाम रही थी। गौरतलब है कि मनमोहन सिंह जब प्रधानमंत्री थे तब नरेंद्र मोदी ने उनकी उम्र का भी एक शिगूफा छोड़ा था और कहा था कि डॉलर की कीमत प्रधानमंत्री की उम्र को मात देने जा रही है। हालांकि तब मनमोहन सिंह 70 साल से ज्यादा उम्र के थे और डॉलर की कीमत 60 रुपए से कुछ ज्यादा थी। अब प्रधानमंत्री मोदी करीब 74 साल के हैं और डॉलर की कीमत 83 रुपए हो गई है।
पीएम मोदी ने बताया कौन होगा वारिस ?
केजरीवाल के सवाल पर PM मोदी ने जवाब दियाकी उनका वारिस कौन होगा आप खुद इसे मोदी जी से सुनिए सुना आपने मोदी जी indirectly खुद को ही बता रहे है की वही पीएम रहेंगे वो रिटायर नहीं होंगे मोदी जी को थोड़ा और सुनिए आप सुना आपने अपनी पुरानी गारंटियों का ही प्रचार कर रहे है अब इस चुनाव के तार गारंटियों के जरिए बिछाए जा रहे है
एक तरफ मोदी की गारंटी है तो दूसरी तरफ सीएम केजरीवाल ने जेल से बहार आते गारंटियों के तार मजबूत करने मे लग गए है और ये वो गारंटिया है जो मोदी की गारंटियों स्वास्थ्य शिक्षा रोजगार किसान हर पैमाने पर सीधा चैलेंज करती है अब क्या सहानुभूति बटोरते केजरीवाल की गारंटी पर जनता को भरोसा होगा क्योंकि जनता जानती है ये दिल्ली का चुनाव नहीं है और न ही इंडिया गठबंधन का गारंटियों के तौर पर ये साझा ऐलान है अगर इंडिया गठबंधन की सरकार बन भी जाती है तो इन गारंटियों के पूरा होने की क्या गारंटी है ???
केजरीवाल जेल से बहार आते ही अपनी बनाई रणनीति पर चल रहे है मोदी पर हमला और जनता की सहानुभूति लेने मे कोई कसर नहीं छोड़ रहे आम आदमी पार्टी narative बना रही है की जनता जेल का जवाब वोट से दें। आप पार्टी कह रही है अब केजरीवाल बाहर आ गए हैं तो सबको उनकी सरकार की योजनाओं का लाभ मिलता रहेगा और जल्दी ही महिलाओं को एक हजार रुपए हर महीने देने की योजना भी शुरू हो जाएगी।
जबकि हकीकत ये है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मुताबिक केजरीवाल अंतरिम जमानत की अवधि में यानी एक जून तक कोई भी सरकारी कामकाज नहीं कर पाएंगे। यानी कैबिनेट की बैठक करके बजट में की गई घोषणा को लागू करने की पहल नहीं कर सकते हैं। लेकिन झुग्गी बस्तियों में और निम्न मध्यवर्ग की कॉलोनियों में केजरीवाल की पार्टी की ओर से ऐसा प्रचार चल रहा है जैसे जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल कुछ बड़ा फैसला करने वाला हैं। यह धारणा भी बनाई जा रही है कि अगर ज्यादा समय जेल में रहे तो योजनाएं रूक सकती हैं।आपकी केजरीवाल की रणनीति पर क्या राय है हमे कमेन्ट कर जरूर बताएँ।