Jawaharlal Nehru University Portal: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (Jawaharlal Nehru University) द्वारा जूनियर रिसर्च फेलोशिप (Junior Research Fellowship) के तहत पीएचडी के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसके लिए विश्वविद्यालय ने एक पोर्टल भी लॉन्च किया गया है। ये प्रक्रिया 23 सितंबर तक चलेगी। इस प्रक्रिया के तहत उम्मीदवारों को प्रवेश के लिए आयोजित होने वाली कंप्यूटर आधारित परीक्षा (Computer Based Test) से छूट प्रदान की जाएगी।
इन उम्मीदवारों को देनी होगी सीबीटी परीक्षा
जेआरएफ पास उम्मीदवारों को कंप्यूटर आधारित परीक्षा (CBT) से छूट दी जाएगी। ऐसे उम्मीदवारों जेआरएफ श्रेणी के तहत अलग से आवेदन करना होगा। इन उम्मीदवारों को सीधे वाइवा-वॉइस के लिए बुलाया जाएगा। वहीं, जिन उम्मीदवारों ने गेट परीक्षा को पास कर लिया है और इंजीनियरिंग में पीएचडी करना चाहते हैं, वह भी पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं। जबकि जिन उम्मीदवारों को जेआरएफ या गेट परीक्षा में असफलता मिली है, उन सभी उम्मीदवारों को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित सीबीटी परीक्षा को पास करना होगा।
ऐसे किया जाएगा उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट
सामान्य और ईडब्ल्यूएस के उम्मीदवारों को पास होने के लिए परीक्षा में कुल 50% अंक हासिल करने होंगे। जबकि एससी, एसटी, ओबीसी, पीडब्ल्यूडी श्रेणियों के उम्मीदवारों को 45% अंक लाने होंगे। जो उम्मीदवार सीबीटी में सफल होंगे उन्हें ही वाइवा-वॉइस के लिए शॉर्टलिस्ट किया जाएगा। जेएनयू ने कहा है कि सीबीटी और वाइवा-वॉइस के बंचिंग के मामले में सीबीटी में प्राप्त अंकों के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी। वहीं, टाई के मामले में पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री में प्राप्त अंकों के अनुसार उम्मीदवार को वरीयता दी जाएगी। पोस्ट ग्रेजुएट में अंकों के टाई के मामले में ग्रेजुएशन में प्राप्त नंबरों को भी शामिल किया जाएगा। इस तरह गेट परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों को भी बंचिंग होने पर शॉर्टलिस्ट किया जाएगा।
JNU JRF Application Portal Open
दिल्ली (Delhi) की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (Jawaharlal Nehru University) ने जेआरएफ (JNU JRF) कैटेगरी के अंडर आने वाले पीएचडी (JNU PhD Applications) एप्लीकेशंस के लिए ऑनलाइन एप्लीकेशन पोर्टल (JNU PhD Applications Online Portal) खोल दिया है। जेएनयू से जेआरएफ (JNU JRF Admissions 2022) के अंतर्गत पीएचडी की डिग्री पाने के लिए कैंडिडेट्स 23 सितंबर 2022 तक अप्लाई कर सकते हैं। ऐसे कैंडिडेट्स का सेलेक्शन अलग से होगा और इन्हें एंट्रेंस नहीं देना होगा बल्कि इंटरव्यू के माध्यम से कैंडिडेट्स को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा।
ये कैंडिडेट्स भी हैं एलिजिबल
रिपोर्ट के मुताबिक वे कैंडिडेट्स जिन्होंने गेट परीक्षा पास कर ली है और स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के पीएचडी कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं। वे भी इस पोर्टल के माध्यम से अप्लाई कर सकते हैं। यूनिवर्सिटी के प्रॉस्पेक्ट्स में दी जानकारी के मुताबिक जेआरएफ क्वालीफाई करने वाले कैंडिडेट्स को कंप्यूटर बेस्ट टेस्ट यानी सीबीटी नहीं देना होगा। उनको जेआरएफ कैटेगरी के अंतर्गत अलग से अप्लाई करना होगा। ऐसे कैंडिडेट्स को सीधा वीवा-वॉयस के लिए बुलाया जाएगा। गेट परीक्षा पास करने वाले कैंडिडेट्स को अलग से गेट-क्वालीफाइड कैंडिडेट्स की कैटेगरी में अप्लाई करना होगा।
नॉन-जेआरएफ कैंडिडेट्स को देनी होगी परीक्षा
नॉन-जेआरएफ कैंडिडेट्स को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट यानी सीबीटी एग्जाम देना होगा। इस परीक्षा को पास करने के लिए जनरल और ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के कैंडिडेट्स के लिए पासिंग मार्क्स 50 प्रतिशत हैं। जबकि एससी, एसटी, ओबीसी और पीडब्ल्यूडी कैटेगरी के कैंडिडेट्स के लिए पासिंग मार्क्स 45 प्रतिशत हैं। केवल सीबीटी परीक्षा पास कर लेने से ही कैंडिडेट्स को वीवा-वॉयस के लिए नहीं बुलाया जाएगा। बल्कि जनरल कैटेगरी के लिए ये टोटल इनटेक का पांच गुना अधिक होना चाहिए।
ऐसे बनेगी लिस्ट
जेएनयू ने ये भी कहा कि अगर सीबीटी और वीवा- वॉयस के अंक एक जैसे आते हैं तो मेरिट लिस्ट को सीबीटी में आने वाले हायर अंकों की सहायता से तैयार किया जाएगा। अगर टाई होती है तो पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री में आए अंकों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके बाद भी टाई होता है तो ग्रेजुएशन के अंकों को आधार बनाया जाएगा।