Indian Top Wrestlers Protest Against WFI: कुश्ती फेडरेशन से नाराज दिग्गज पहलवान, बजरंग पुनिया-साक्षी मलिक धरने पर बैठे
Indian Top Wrestlers Protest Against WFI: भारत के शीर्ष पहलवान बजरंग पुनिया, विनेश फोगट, साक्षी मलिक, संगीता फोगट, सोनम मलिक और अंशु ने जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ (Wrestling Federation Of India) की मनमानी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है.
Indian Top Wrestlers Protest Against WFI: भारत के शीर्ष पहलवान बजरंग पुनिया, विनेश फोगट, साक्षी मलिक, संगीता फोगट, सोनम मलिक और अंशु ने जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ (Wrestling Federation Of India) की मनमानी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है. Indian Top Wrestlers Protest Against WFI इन सभी पहलवानों ने संगठन की कार्य शैली पर सवाल उठाए हैं. इस दौरान भारतीय पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष को बर्खास्त करने की मांग की. संगठन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे बजरंग पुनिया का कहना है कि पहलवानों के साथ गुलामों जैसे व्यवहार नहीं किया जा सकता.
जंतर मंतर पर विरोध कर रहे बजरंग पुनिया ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा, Indian Top Wrestlers Protest Against WFI हमारा विरोध कुश्ती महासंघ के खिलाफ है जिस तरह संगठन पहलवानों के सर्वोत्तम हितों को ध्यान में रखे बिना काम कर रहा है. हमारे विरोध प्रदर्शन का मकसद किसी राजनीति से लेना देना नहीं है. Indian Top Wrestlers Protest Against WFI हमने यहां किसी राजनेता को आमंत्रित नहीं किया है. यह विशुद्ध रूप से पहलवानों का विरोध है.
ओलंपिक पदक विजेता बजरंग ने कहा, ”हम यहां पर पहलवानों के वास्तविक मुद्दों को उठाने आए हैं Indian Top Wrestlers Protest Against WFI जिनकी निर्णय लेने की बात नहीं होती है. पहलवानों ने चुपचाप बहुत कुछ बर्दाश्त किया है. Indian Top Wrestlers Protest Against WFI लेकिन अब हमने तय किया है कि भारतीय कुश्ती महासंघ द्वारा लिए जा रहे एकतरफा फैसलों के खिलाफ अब हम चुप नहीं रहेंगे. भारत के सभी शीर्ष पहलवान तब तक राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग नहीं लेंगे जब तक कि हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं. भारतीय कुश्ती महासंघ द्वारा हमारे साथ बेहतर व्यवहार नहीं किया जाता है. Indian Top Wrestlers Protest Against WFI यहां के पहलवानों का प्रधानमंत्री कार्यालय और गृह मंत्री कार्यालय से अनुरोध है कि वे हमारी और खेल की मदद करें.”
Indian Top Wrestlers Protest Against WFI खिलाड़ियों ने लगाए आरोप
खिलाड़ियों का आरोप है कि डब्ल्यूएफआई द्वारा मनमाने नियमों और विनियमों के माध्यम से पहलवानों का उत्पीड़न किया जा रहा है. Indian Top Wrestlers Protest Against WFI खिलाडी देश के लिए मेडल लाने में अपनी जी जान लगा देते है. और बदले में उन्हें फेडरेशन का टॉर्चर झेलना पड़ता है. भारतीय कुश्ती संघ के हालिया फैसलों से खिलाड़ी नाराज चल रहे हैं. इसी कारण खिलाडियों ने विरोध करने का फैसला लिया है. कई खिलाड़ियों ने सोशल मिडिया पर भी अपने विचर व्यक्त किए. Indian Top Wrestlers Protest Against WFI ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया ने ट्वीट करते हुए लिखा कि खिलाड़ी पूरी मेहनत कर देश को मेडल दिलाता हैं लेकिन फेडरेशन ने हमें नीचा दिखाने के अलावा कुछ नहीं किया. Indian Top Wrestlers Protest Against WFI कुश्ती महासंघ अपने मनचाहे क़ायदे क़ानून लगा कर खिलाड़ियों को प्रताड़ित किया जा रहा है. इसी तरह से कुश्ती में देश का नाम रोशन करने वाली देश की बेटी साक्षी मालिक ने भी ट्वीट कर फेडरेशन के खिलाफ विरोध जाहिर किया.
इस दौरान टोक्यो ओलंपिक 2020 में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा कि जब तक इंसाफ नहीं मिल जाता है, Indian Top Wrestlers Protest Against WFI वह लोग यहां से नहीं हटेंगे। एक इंटरव्यू के दौरान जब उनसे पूछा गया कि उन्हें समस्या किससे है तो उन्होंने कहा कि फेडरेशन हमारे लिए समस्याएं खड़ी करता है। Indian Top Wrestlers Protest Against WFI हालांकि, समस्या के बारे में उन्होंने कोई खुलासा नहीं किया है लेकिन उन्होंने बताया कि वह इसके बारे में आज शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे, जिसमें वह सारी जानकारी देंगे।
उधर, कॉमनवेल्थ गेम्स में तीन-तीन गोल्ड मेडल जीत चुकी विनेश फोगाट ने कहा कि उनकी मजबूरी है, Indian Top Wrestlers Protest Against WFI जो उन्हें यहां आकर धरना देना पड़ रहा है। सभी पहलवानों ने इसके बारे में आपस में बातचीत की थी, उसके बाद ही इसको लेकर फैसला लिया गया। ये प्लान तब बना, जब सभी पहलवान इससे दुखी हो गए। इन समस्याओं को फेडरेशन को भी बताया गया है, लेकिन अभी तक इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया है।
कुश्ती फेडरेशन से नाराज दिग्गज पहलवान
जंतर मंतर पर चार घंटे से अधिक समय तक धरने पर बैठने के बाद विनेश ने कहा, ‘‘मैं कम से कम 10-12 महिला पहलवानों को जानती हूं जिन्होंने मुझे डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष से हुए यौन शोषण के बारे में बताया है। उन्होंने मुझे अपनी कहानियां सुनाईं। Indian Top Wrestlers Protest Against WFI मैं अभी उनका नाम नहीं ले सकती लेकिन अगर हम देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मिलें तो मैं नामों का खुलासा जरूर कर सकती हूं।’’विनेश के साथ बैठे तोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया ने कहा कि महासंघ मनमाने ढंग से चलाया जा रहा है और जब तक डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को हटाया नहीं जाता तब तक वे किसी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लेंगे। साक्षी मलिक ने ट्वीट किया, “खिलाड़ी देश के लिए पदक जीतने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं लेकिन महासंघ ने हमें नीचा दिखाने के अलावा कुछ नहीं किया है। एथलीटों को प्रताड़ित करने के लिए मनमाने नियम बनाए जा रहे हैं।”
आरोपों पर भुषण की सफाई
जंतर-मंतर पर भारतीय पहलवानों ने कुश्ती संघ के खिलाफ मोर्चा खोल दी है। महिला रेसलर विनेश फोगाट के आरोपों का जवाब देते हुए WFI अध्यक्ष वृजभूषण ने कहा कि ‘किसी खिलाड़ी का शोषण नहीं हुआ है।’रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि “सबसे बड़ा आरोप विनेश फोगाट ने लगाया है..क्या कोई सामने है जो कह सके कि फेडरेशन ने किसी एथलीट का उत्पीड़न किया हो। यौन उत्पीड़न की कोई घटना नहीं हुई है। Indian Top Wrestlers Protest Against WFI अगर ऐसा हुआ है तो मैं फांसी लगा लूंगा।”बृजभूषण शरण सिंह 2011 से रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष हैं और फरवरी 2019 में लगातार तीसरी बार डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष चुने गए।
स्वाति मालीवाल ने किया प्रदर्शन का समर्थन
DCW प्रमुख स्वाति मालीवाल रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का समर्थन करने जंतर-मंतर पहुंचीं। स्वाति मालीवाल ने कहा, “हमने दिल्ली पुलिस को नोटिस दिया है और केंद्र सरकार के यूनियन खेल मंत्रालय को नोटिस दिया है। इस केस में तुरंत न्याय होना चाहिए।”
DCW चीफ ने कहा, “रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष को तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए और जितने भी कोच के नाम सामने आ रहे हैं उन सबके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। हम चाहते हैं कि इस आदमी(WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह) के खिलाफ FIR दर्ज हो और जांच कर उसे गिरफ्तार किया जाए।”
WFI अध्यक्ष बोले- आरोप सही तो फांसी पर लटक जाऊंगा
इधर, WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा था- विनेश फोगाट के आरोप बेबुनियाद हैं। उनके पास आरोपों का कोई सबूत नहीं है। कोई पीड़ित है तो सबूत के साथ मेरे सामने आए। आरोप सही हुए तो फांसी पर लटक जाउंगा। Indian Top Wrestlers Protest Against WFI
महिला आयोग का खेल मंत्रालय और दिल्ली पुलिस को नोटिस
महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीमाल धरने पर बैठे खिलाड़ियों से मिली थीं और उन्होंने खेल मंत्रालय और दिल्ली पुलिस को नोटिस दिया। उन्होंने WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा था- यह बड़े शर्म की बात है कि हमारे देश के लिए मेडल लाने वाली शेरनियां सड़क पर धरने पर बैठी हैं। Indian Top Wrestlers Protest Against WFI
विनेश का आरोप- मुझे जान से मारने की धमकी दी
विनेश ने कहा था- टोक्यो ओलिंपिक में हार के बाद WFI के अध्यक्ष ने मुझे ‘खोटा सिक्का’ कहा। मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। मैं हर दिन अपने जीवन को समाप्त करने के बारे में सोचती थी। अगर किसी पहलवान को कुछ होता है तो जिम्मेदारी WFI अध्यक्ष पर होगी। विनेश यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने कहा- कोच महिलाओं को प्रताड़ित कर रहे हैं। हमारी स्थिति यह है कि अगर पानी भी बिना परमिशन के पी लिया तो फेडरेशन नाराज हो जाती है। हमें मारने की धमकी दी जा रही है। हमारे साथ कुछ भी होता है तो उसके लिए अध्यक्ष जिम्मेदार होंगे। हम लोग अपना करियर दांव पर लगाकर यहां धरने पर बैठे हैं।
ये पहलवान धरने पर
बजरंग पूनिया, सोनीपत
विनेश फोगाट, भिवानी
साक्षी मलिक, रोहतक
सरिता मोर, सोनीपत
अमित धनखड़, रोहतक
सुजीत मान, झज्जर
सोमबीर राठी, सोनीपत
राहुल मान, दिल्ली
अंशु मलिक, जींद
सत्यव्रत कादयान, रोहतक
संगीता फोगाट
सोनम
जितेंद्र
हमारे निजी जीवन में दखलंदाजी
WFI हमारे निजी जीवन में भी दखल देते हैं और हमें परेशान करते हैं। वे हमारा शोषण कर रहे हैं। जब हम ओलिंपिक में गए थे तो हमारे पास फिजियो या कोच नहीं था। दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों ने कहा- जब से हमने आवाज उठाई है, हमें धमकाया जा रहा है। विनेश ने कहा कि फेडरेशन खिलाड़ियों पर जबरदस्ती बैन लगाती है जिससे खिलाड़ी खेल न सके। मैं लगभग 10 साल से फेडरेशन से बात करने और हमारे मुद्दों को समझाने की कोशिश कर रही हूं, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है।
क्या है पूरा मामला?
भास्कर के सूत्रों ने बताया कि विशाखापट्टनम में सीनियर रेसलिंग चैंपियनशिप में फेडरेशन ने नए रेफरी बुला लिए थे। नए रेफरियों को नियमों की जानकारी नहीं थी। उन्होंने गलत निर्णय दिए। इससे प्लेयर्स में बड़ा असंतोष रहा और लड़ाईयां भी हुईं।बजरंग पूनिया के पर्सनल कोच सुजीत मान ने एक मैच के निर्णय पर सवाल उठाया तो उन्हें फेडरेशन ने सस्पेंड कर दिया। सोनीपत में लगे सीनियर कैंप में सुजीत मान का नाम नहीं है। फेडरेशन की ऐसी ही मनमानियों के कारण धरना दिया जा रहा है।
अध्यक्ष को लिखे पत्र से विरोध के बारे में पता चला: WFI असिस्टेंट सेक्रेटरी
WFI के खिलाफ पहलवानों के विरोध पर WFI के असिस्टेंट सेक्रेटरी विनोद तोमर ने कहा- मुझे पता नहीं है ये किस बारे में है। WFI के अध्यक्ष को सभी रेसलर ने पत्र लिखा, उससे मुझे प्रदर्शन के बारे में पता चला। मैं यहां उनसे उनकी समस्या पूछने आया हूं।
प्रोटेस्ट चलने तक कोई भी खिलाड़ी टूर्नामेंट नहीं खेलेगा
बजरंग पूनिया ने कहा कि भारत के सभी टॉप रेसलर्स कोई भी नेशनल और इंटरनेशनल टूर्नामेंट नहीं खेलेंगे जब तक समस्या का हल नहीं निकल जाता। फेडरेशन हम रेसलर्स के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करता है। सभी रेसलर्स का PM ऑफिस और गृह मंत्री से अनुरोध है कि वे हमारी मदद करें।
दिव्या काकरान फेडरेशन के समर्थन में आई
वहीं कॉमनवेल्थ गेम्स मेडलिस्ट दिव्या काकरान कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के समर्थन में आ गई हैं। उन्होंने देर रात वीडियो जारी कर कहा कि विरोध कर रहे पहलवानों की ओर से लगाए आरोप बेबुनियाद हैं। दिव्या ने कहा कि बृजभूषण सिंह के आने के बाद पहलवानों को दी जाने वाली सुविधाओं में बढ़ोतरी हुई है।
कैसरगंज से भाजपा सासंद और भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने रांची में मंच पर एक युवा पहलवान को थप्पड़ जड़ दिया। उनकी इस हरकत का वीडियो सामने आया है। बृजभूषण शरण सिंह ने जिस पहलवान को थप्पड़ जड़ा है, वह यूपी का रहने वाला है और अंडर-15 नेशनल कुश्ती चैम्पियनशिप में हिस्सा लेने रांची गया था।
भारतीय कुश्ती महासंघ के खिलाफ धरने पर बजरंग पुनिया और साक्षी मालिक, कहा- अब लड़ना पड़ेगा..
भारत के कई दिग्गज पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ के खिलाफ धरने पर बैठ गए हैं. दिल्ली के जंतर-मंतर पर बजरंग पुनिया और साक्षी मालिक समेत कई अन्य खिलाड़ी धरने पर बैठे हुए हैं.
फेडरेशन के महाससिव खिलाडियों से बात करने को तैयार
भारतीय कुश्ती महासंघ के महासचिव विनोद कुमार ने ईटीवी भारत से कहा कि जैसे ही फेडरेशन को पता चला कि हमारे देश के खिलाड़ी जंतर मंतर पर धरना दे रहे हैं. हम इनकी समस्या को सुलझाने के लिए यहां पहुंचे हैं. हमने बजरंग पुनिया से बात करने का प्रयास किया, लेकिन वह कुछ नहीं बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि इनकी जो भी समस्या और मांग होगी उसे पूरा किया जाएगा. हमें पता तो चले कि यह प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं. इनकी क्या नाराजगी है. मैं इसलिए यहां आया हूं कि इनकी समस्या का समाधान किया जाए.
ओलंपिक के बाद इन खिलाड़ियों ने एक भी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग नहीं लिया – बृजभूषण शरण सिंह
जहां तक इन खिलाड़ियों का सवाल हैं ये ओलंपिक पदक विजेता हैं। उसमें हमारा भी सहयोग है। ओलंपिक के बाद इन्होंने एक भी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग नहीं लिया और सब सरकार की स्कीमों का फायदा ले रहे हैं। जब राष्ट्रीय प्रतियोगिता की बात आती है तो इनकी तबीयत खराब हो जाती है। अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में इनकी तबीयत ठीक हो जाती है। अभी फेडरेशन ने निर्णय लिया कि कोई भी विजेता हो उसे नेशनल खेलना होगा, अगर वे बीमार है तो उसका मेडिकल दे। निर्णय से सरकार को अवगत करा दिया गया था। जो लोग नेशनल लड़ कर आ रहे हैं अगर हम उन्हें बाहर कर देंगे और जो नेशनल लड़ कर नहीं आ रहे हैं उन्हें कैंप में ले लेंगे तो दूसरों के साथ अन्याय होगा।