Rahul Gandhi Claims ED Raid: दोस्तों ed चुनाव से पहले भी ऐक्टिव थी और अब भी है इंडिया ब्लॉक के एक सहयोगी अरविन्द केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पहले ही जेल में है अब एक और का नंबर आ गया है ed का अब अगला पता टारगेट कोई और नहीं ॥ बल्कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी है राहुल गांधी के चक्रव्यूह भाषण के बाद अब जल्द ही ed का अगला छापा राहुल गांधी के यहा पड़ेगा। विपक्ष सरकार और एजेंसियों पर सवाल भी उठाता रहता है. इसी क्रम में कांग्रेस (Congress) नेता और लोकसभा (Lok Sabha) में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ईडी (ED) को लेकर बड़ा दावा किया है. विपक्ष के अन्य नेताओं की तरह ही राहुल गाँधी को भी ईडी (Rahul Gandhi Claim ON ED) का डर सता गया है. लोकसभा (Loksabha) में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को दावा किया कि संसद (Parliament) में उनके ‘चक्रव्यूह’ भाषण के बाद प्रवर्तन निदेशालय (enforcement directorate) द्वारा उनके खिलाफ छापेमारी की योजना बनाई जा रही है
Rahul Gandhi ने किया दावा
विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने दावा किया कि 29 जुलाई को संसद में उनके ‘चक्रव्यूह’ बयान के बाद प्रवर्तन निदेशालय यानि (ईडी) उन पर छापे की योजना बना रहा है। और यह सूचना उनके अपने ईडी सूत्रों से मिली है। राहुल गांधी उनका ‘बाहें फैलाकर इंतजार कर रहे हैं।’ राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा- “स्पष्ट है कि टू इन वन (Two in One) को मेरा चक्रव्यूह भाषण पसंद नहीं आया। ईडी के ‘अंदरूनी सूत्रों’ ने मुझे बताया कि छापे मारने की योजना बनाई जा रही है। खुले हाथों से इंतजार कर रहा हूं @dir_ed। चाय और बिस्कुट मेरे पास हैं।”
Rahul Gandhi ने संसद में कहा
अब आपको लग रहा होगा कि टू इन वन किसे कहा जा रहा है तो आपको बता दे ये मोदी और शाह को कहा जा रहा है दरअसल राहुल गांधी ने 29 जुलाई को लोकसभा में केंद्रीय बजट 2024 पर धमाकेदार भाषण देते हुए सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया था। उन्होंने कहा कि देश के किसान श्रमिक और युवा भयभीत हैं। राहुल गांधी ने यह कहने की हिम्मत दिखाई थी कि 6 लोग देश को नियंत्रित कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने संकेतों में भाजपा और मोदी को कौरवों की टीम बता दी और भारत के लोगों को अभिमन्यु। कहा कि आज फिर से चक्रव्यूह रचा जा रहा है लेकिन देश की जनता अभिमन्यु नहीं है बल्कि वह अर्जुन है। उन्होंने कहा ‘यह लड़ाई चक्रव्यूह जिसे 6 लोग नियंत्रित करते हैं और शिवजी की बारात के बीच है जो वास्तव में समावेशी है… हम अर्जुनों की धरती से आते हैं और हम इस चक्रव्यूह को भेदेंगे।’राहुल गांधी ने कहा था- ‘हजारों साल पहले अभिमन्यु को चक्रव्यूह में 6 लोगों ने मारा था। चक्रव्यूह का दूसरा नाम है- पद्मव्यूह जो कमल के फूल के शेप में होता है। इसके अंदर डर और हिंसा है। 21वीं सदी में एक और चक्रव्यूह तैयार किया गया है। जो अभिमन्यु के साथ हुआ वही भारत के साथ किया जा रहा है।’ उन्होंने आगे कहा ‘अभिमन्यु को चक्रव्यूह में 6 लोगों ने मारा था। आज भी चक्रव्यूह के बीच में 6 लोग हैं। ये 6 लोग- नरेंद्र मोदी अमित शाह मोहन भागवत अजीत डोभाल अडानी और अंबानी हैं।
“भारत पर कब्जा करने वाले ‘चक्रव्यूह’ के पीछे तीन ताक़तें हैं- एकाधिकार पूंजी का विचार यानि कि दो लोगों को पूरे भारतीय धन का मालिक बना दो…। दूसरा एजेंसियां- सीबीआई ईडी आयकर विभाग। और तीसरा राजनीतिक कार्यपालिका।” राहुल गांधी ने आरोप लगाया ‘ये तीनों मिलकर चक्रव्यूह के केंद्र में हैं और इस देश को तबाह कर दिया है।’ ‘चक्रव्यूह बनाने वालों को गलतफहमी है। जो चक्रव्यूह बनाया है उससे करोड़ों लोगों को नुक़सान हो रहा है। हम इस चक्रव्यूह को तोड़ने जा रहे हैं। ऐसा करने का सबसे बड़ा तरीका जो आपको डराता है वह है जाति जनगणना।’ उन्होंने कहा कि ‘जैसा कि मैंने कहा इंडिया गठबंधन इस सदन में गारंटीकृत कानूनी एमएसपी पारित करेगा। इसी तरह हम इस सदन में जाति जनगणना पारित करेंगे चाहे आपको यह पसंद हो या न हो।’
भाजपा के लोकसभा सांसद अनुराग ठाकुर ने ससंद में चक्रव्यूह पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयानों पर चुटकी लेने की कोशिश की। ठाकुर ने कहा कि कुछ लोग ‘एक्सीडेंटल हिंदू’ हैं और महाभारत के बारे में उनका ज्ञान भी एक्सीडेंटल है। उन्होंने राहुल से उनकी जाति भी पूछी। इस पर संसद में काफी हंगामा हुआ। इस पर काफी हंगामे के बाद लोकसभा अध्यक्ष पद पर आसीन जगदम्बिका पाल ने ठाकुर के आपत्तिजनक बयानों को सदन की कार्यवाही से हटवा दिया। लेकिन पीएम मोदी ने उन हटाए गए बयानों को अनुराग ठाकुर का हौसला बढ़ाते हुए ट्वीट कर दिया। कांग्रेस ने मोदी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। जिसे अध्यक्ष ने अभी स्वीकार नहीं किया है।
सरकर की बजट पर हो रही किरकिरी
बात तो ये है दोस्तों केंद्र द्वारा पेश बजट पर सरकार जो माहौल बनाना चाहती थी जो नेरेटिव सेट करना चाहती थी उसका मकसद पूरा नहीं हो सका। बजट की जहां चौतरफा आलोचना अभी भी हो रही है वहीं जाति जनगणना की मांग ने सरकार को मुसीबत में डाल दिया है। दो महीने बाद महाराष्ट्र हरियाणा और झारखंड में विधानसभा चुनाव हैं। दूसरी तरफ यूपी भाजपा में जूतमपैजार हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हटाने के लिए भाजपा नेताओं ने मुहिम छेड़ रखी है। और अब राहुल के बयान ने सरकार को और परेशानी में डाल दिया है।खैर आपको क्या लगता है क्या ed राहुल गांधी पर शिकंजा कसेगी हमे अपनी राय कमेन्ट कर जरूर बताएँ