INDIA Alliance: दोस्तों राजनीति टाइमिंग का खेल है. सही समय पर सही कदम उठाना ही राजनीति है. सही समय पर पाला बदलना पुराने गिले शिकवे भूलना नए दोस्त बनाना दुश्मनों को गले लगाना ये सब कुछ राजनीति में चलता है. दोस्तों नीतीश कुमार को जहां एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री बने एक दिन भी नहीं हुआ था 24 घंटे भी नहीं हुए थे वहीं आरजेडी के खिलाफ एक्शन भी शुरू हो गया ed लालू के सर पर फिर से खड़ी हो गई है और वही एनडीए के गठबंधन के विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस जारी कर दिया है सोचिए पहले ही दिन कमाल हो गया अवध बिहारी चौधरी पहली बार स्पीकर नहीं बने वो पहले भी 5 बार स्पीकर के पद पर विराजमान रहे है
दोस्तों मोदी जी 2024 के चुनाव को लेकर इतना डरे हुए है न की वो डर अब दिख रहा है इसलीय इंडिया गठबंधन को तोड़ना जरूरी था अब नीतीश के बाद किस किस का शिकार करेंगे मोदी जी अब बीजेपी की लिस्ट में कौन है ??? बिहार ओर झारखंड में ऑपरेशन ed शुरू हो गया है
विपक्षी पार्टिया फिर ED के निशाने पर
दोस्तों बिहार ओर झारखंड में ed का खेल शुरू हो गया है दोनों राज्यों में गैर बीजेपी के नेताओ को जेल मे डालने की पूरी कोशिश की जा रही है मोदी जी विरोधियों के खिलाफ सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल करते हैं लेकिन जिनके खिलाफ एजेंसियों को लगाना चाहिए उन्हें अपनी वाशिंग मशीन में डाल देते हैं।’ दोस्तों 4 नेता ऐसे है जो 2024 का चुनाव जेल से लड़ सकते थे इनमे से एक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दूसरा पूर्व उपमुख्यमंत्री tejashvi यादव को जेल में डालने की कोशिश शुरू हो गई है लैंड फॉर जॉब घोटाले में कल बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव से ED ने पूछताछ की थी वहीं आज उनके बेटे और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से पूछताछ की
दोस्तों एक बात तो है कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा जहां से गुजर रही है या जहां पहुंचने वाली है वहां कोई न कोई ऐसा काम हो रहा है जिससे विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को झटका लग रहा है। उनकी यात्रा की शुरुआत मणिपुर से हुई थी। उन्होंने 14 जनवरी को जिस दिन यात्रा शुरू की उस दिन में मुंबई में उनकी पार्टी के बड़े नेता और हाल ही में नियुक्त संयुक्त कोषाध्यक्ष मिलिंद देवड़ा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। वह प्रतीकात्मक झटका था क्योंकि 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई राहुल गांधी की यात्रा 20 मार्च को मुंबई में खत्म होने वाली है। तो पहला झटका वहां लगा,, जहां यात्रा का समापन होने वाला है।
उसके बाद राहुल गांधी की यात्रा पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने वाली थी तो तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मीडिया के सामने आकर बयान दिया कि वे कांग्रेस से तालमेल नहीं करेंगी और लोकसभा की सभी 42 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगी। हालांकि उनके ऐसा कहने का कोई मतलब नहीं था क्योंकि उसके एक दिन पहले ही राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि ममता बनर्जी से अच्छी बातचीत हो रही है और सीटों का समझौता हो जाएगा। अब भी सीट समझौते की बात चल ही रही है। तभी ऐसा लग रहा है कि किसी खास मकसद से ममता ने उस दिन तालमेल खत्म करने का बयान दिया।
बिहार के बाद कहां की बारी?
बंगाल के बाद राहुल गांधी की यात्रा बिहार में प्रवेश करती तो उससे पहले बिहार में खेला हो गया। राहुल गांधी ने 29 जनवरी को बिहार में प्रवेश किया और 30 जनवरी को यानि आज पूर्णिया में एक रैली को संबोधित किया उससे पहले 28 जनवरी को नीतीश कुमार ने औपचारिक रूप से ‘इंडिया’ से नाता तोड़ लिया और एनडीए में शामिल हो गए। अब वे भाजपा के समर्थन से राज्य के मुख्यमंत्री बन गए हैं। माना जा रहा है कि भाजपा नेतृत्व ने पहले से इसकी रूप-रेखा बना रखी थी। विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने वाले नीतीश कुमार का विपक्षी गठबंधन से निकल कर भाजपा के साथ जाना ‘इंडिया’ के लिए सबसे बड़ा झटका है।
तो अब सवाल उठना लाजमी है कि बिहार के बाद किस राज्य की बारी है? भाजपा का अगला खेल कहां होगा। गौरतलब है कि बिहार के बाद राहुल की यात्रा झारखंड जाने वाली है। क्या झारखंड में अगला खेल होगा? झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर पिछले कई महीनों से तलवार लटकी है। केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने हेमंत सोरेन को 10वां नोटिस जारी किया और 29 से 31 जनवरी के बीच पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा है
31 की तारीख तय तो पहले क्यों पहुंची ईडी?
इस नोटिस के बाद हेमंत सोरेन दिल्ली पहुंचे ताकि कानूनी सलाह ली जाए। 29 जनवरी को ED उनके दिल्ली आवास पर भी पहुंच गई। जबकि ED ने खुद 29 या 31 जनवरी को पेश होने का ऑप्शन दिया था। जांच एजेंसी ने सोरेन के घर से कई कागजात और BMW कार जब्त की है। सोरेन ने जवाबी पत्र में 31 जनवरी को पूछताछ के लिए रांची CM आवास पर आने को कहा है। इस बीच खबर है कि लोकसभा चुनाव को लेकर हेमंत सोरेन ने आधी आधी सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला रखा है जिस पर कांग्रेस को आपत्ति है। दो फरवरी से पहले झारखंड में भी कोई बड़ा घटनाक्रम देखने को मिल सकता है।
दोस्तों जिस तरह नीतीश कुमार बार बार ,,दल बदल कर सरकार गिरा देते है और खुद अटके रहते है और जनता से बस इतना कहते है आप तो जानिए न रहिए है तो हम आपको बता दे हम नहीं जान रहे है और नहीं जनता जान रही है क्योंकि वो खुद नहीं जानते की कहना क्या है बस आपको टोपी पहनाया जा रहा है वैसे भी भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य इन सबसे कुछ लेना देना नहीं है जनता के वोट का मजाक बनाया जा रहा है ये तो तय है आपकी ed एक्शन पर क्या राय है हमे comment कर जरूर बताएँ