जिंस बात का ढिंढोरा (PM Modi ) नरेंद्र मोदी देश से लेकर,, विदेश तक पीटते रहे। ,,जिस बात को गाजे बाजे के साथ में,, ढोल नगाड़ों के साथ में,, बोलते रहे। वो बात झूठी निकली..सोचिए कितनी शर्म की बात है कि ,,देश के प्रधानमंत्री ,,के जो भाषण है वो कौन लिख कर के देता है ,,या कौन जान बूझकर के (IIM) ,,हमारे प्रधानमंत्री से झूठ बुलवा देता है ,,या ना (IIT) जाने क्यों प्रधानमंत्री ,,जानबूझ कर झूठ बोल देते है। अब इसको आप किसी तरह से भी देख सकते हैं,, लेकिन नरेंद्र मोदी जी।
देश में अब हर साल New IIT और New IIM बन रहे
भारत की अलग अलग जगह पर जाकर ,,और अमेरिका में जाकर जिंस बात को बोल रहे थे। ,,वो बात सरासर झूठ निकली ,,और खुद देश की संसद में ,,,मोदी सरकार ने ,,उस पर अपना ,,ठप्पा लगा कर दिया है।,,,क्या झूठ बोला है मोदी जी ने,, वो में आपको बताती हु ..सुना अपने ,,,देश में अब हर साल (New IIT ) नई आईआईटी और ,,हर साल नए आईआईएम (New IIM ) बन रहे हैं।,, कांग्रेस के राज्यसभा सांसद ,,कुमार केतकर ने गैर तारांकित सवाल के तहत,, शिक्षा मंत्रालय से कुछ सवाल कीये . ,,की , ‘शिक्षा मंत्रालय बताए कि,, पिछले पांच सालों में खोले गए ,,नए आईआईटी और आईआईएम,, किस शहर में खोले गए,,, किस साल खोले गए और उनमें कितने स्टूडेंट पढ़ाई कर रहे हैं?,, इन आईआईटी और आईआईएम से कितने स्टूडेंट पास हुए,, और पिछले पांच सालों में,, कितने नए विश्वविद्यालय खोले गए?’
शिक्षा मंत्रालय ने लिखित रूप में दिया जवाब
इस सवाल का जवाब शिक्षा मंत्रालय ने लिखित रूप में दिया है, ,,ये देखिए जवाब आप ,,’इस जवाब में लिखा गया है कि,, पिछले पांच सालों में एक भी नया आईआईटी और आईआईएम नहीं खोला गया है.’ ,,शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार ने,, राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में कहा कि,, वर्तमान में देश में 23 आईआईटी और 20 आईआईएम हैं. ,,इसी जवाब के साथ पिछले 5 साल में खोले गए, उच्च शिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालयों की लिस्ट भी दी गई है
मोदी सरकार को 9 साल हो चुके
दोस्तों ये चिट्ठा जो है,, वो खुद उनकी सरकार ने मुहर लगा कर दिया है। क्या इसका मतलब ये हैं,, देश में मोदी जी के हिसाब से ,,हर साल एक नया खुल रहा है ,,वैसे तो मोदी सरकार को 9 साल हो चुके है ,,तो इस हिसाब से तो नो आईटी ऑर नो iim हो जाने चाहिए थे ,,और जो पिछले पहले से थे। ,,लेकिन सरकार का जवाब तो कुछ ओर ही बता रहा है ,,,एक यही नहीं और भी क्या क्या झुट बोले है ,,,पीएम मोदी ने
100 दिन में विदेश से काला धन वापस लाने का वादा
आइए आपको बताते हैं कि ,,कौन से वो वादे हैं,,, जिनकी वजह से पीएम मोदी एक ,,झूठे प्रधानमंत्री बन गए हैं। ,,100 दिन में विदेश से काला धन वापस लाने का वादा,, चुनावी घोषणा में दावा किया था ,,कि मात्र 100 दिन के भीतर ही देश में काले धन की एक – एक पाई को वापस लाया जाएगा,,, लेकिन कमाल की बात है कि,, काला धन लाना तो दूर, ,,भाजपा सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल में ,,संसद में ये भी कह दिया था,, कि हमें नहीं मालूम विदेश में कितना काला धन है?,,
मतलब भारत सरकार को ,,ये ही नहीं मालूम कि विदेश में,, कितने भारतीयों का कितना काला धन है।,, आज भी भारत सरकार की काले धन को लेकर यही स्थिति है। ,,मोदी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर ,,सभी पूछ रहे थे कि कहां है काला धन,,,,,100 दिन तो दूर ,,9 साल मे भी नहीं ला पाए ,,, सरकार के ये बस में ही नहीं है ,,कि ब्लैक मनी को इतनी जल्दी कंट्रोल कर ले,,, ये बातें जनता को बहकाने के लिए ठीक हैं,,,
पीएम मोदी ,,गोआ में एक एयरपोर्ट के शिलान्यास पर ,,नोटबंदी के बारे में बोल रहे थे। कि ‘भाइयों बहनों, मैंने सिर्फ देश से 50 दिन मांगे हैं। 50 दिन। 30 दिसंबर तक मुझे मौका दीजिए मेरे भाइयों बहनों। अगर 30 दिसंबर के बाद कोई कमी रह जाए, कोई मेरी गलती निकल जाए, कोई मेरा गलत इरादा निकल जाए। आप जिस चौराहे पर मुझे खड़ा करेंगे, मैं खड़ा होकर..देश जो सजा करेगा वो सजा भुगतने को तैयार हूं।’
रिजर्व बैंक के मुताबिक
पीएम मोदी के नोटबंदी पर किए गए वादे तो पूरे नहीं हुए,, लेकिन नोटबंदी के एक साल पूरे होने के बाद ही,, सब सवाल पूछने लगे कि ,,क्या मोदी के नोटबंदी से जुड़े सभी दावों की हवा निकल गई है?,, इससे काले धन पर अंकुश लगाने की बात,,, सच नहीं साबित हुई। जाली नोटों पर अंकुश लगा पाने में भी ,,सरकार कामयाब नहीं हो पाई है। रिजर्व बैंक के मुताबिक 2017-18 के दौरान जाली नोटों को पकड़े जाने का सिलसिला जारी था ,,,और आज भी जारी है। ,,इस दौरान 500 के 9,892 नोट और 2000 के 17,929 नोट पकड़े गए हैं।
हर खाते में 15 लाख रुपए आने का वादा
हर खाते में 15 लाख रुपए आने का वादा ,,,चुनावी प्रचार के समय नरेंद्र मोदी ने कहा था,,, कि ‘एक बार ये जो चोर-लुटेरों के पैसे विदेशी बैंकों में जमा हैं ना,,, उतने भी हम रुपये ले आए ना,,, तो भी हिंदुस्तान के एक-एक गरीब आदमी को,, मुफ्त में 15-20 लाख रुपये ,,यूं ही मिल जाएंगे।’ ,, कहां है काला धन और,, कब आएंगे गरीबों और किसानों के खाते में 15-15 लाख रुपए।
मोदी सरकार में महंगाई कम करने का वादा
मोदी सरकार में महंगाई कम करने का वादा,,,,,,, पीएम नरेंद्र मोदी सरकार बनने पर महंगाई कम करने का दावा करते थे।,, पीएम मोदी ने कहा था कि ,,डीजल, पेट्रोल और गैस में महंगाई कम होगी,, लेकिन आज पेट्रोल का दाम 100 रुपए से ऊपर है ,,और डीजल और गैस के दाम तो आसमान छु रहे हैं।,,, देश में सब्जियां और खाने-पीने की चीजें ,,अभी भी महंगी बनी हुई है। सरकार के महंगाई कम करने की दावे ,,और वादे भी झूठे साबित हुए।
डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत होने का वादा
डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत होने का वादा ,,,, नरेंद्र मोदी ने वादा किया था कि,, प्रधानमंत्री बनते ही एक डॉलर की कीमत 40 रुपये हो जाएगी। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बने 8 साल से ज्यादा हो रहे हैं ,,और रुपया कभी 40 के आस पास नहीं पहुंचा है ,,उल्ट मनमोहन सिंह की सरकार के समय से भी ज्यादा आज रुपया गिर गया है।
2022 तक 100 स्मार्ट सिटी बनाने का वादा
2022 तक 100 स्मार्ट सिटी बनाने का वादा,,, पीएम मोदी ने 2022 तक 100 स्मार्ट सिटी बनाने का वादा किया था। ,,मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान देश के 100 शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने की परियोजना ,,सुर्खियों में रही है। ,,लोकसभा में उठे एक सवाल के जवाब में ,,,केंद्र सरकार ने बताया था कि शहरों को चुने जाने की तारीख से पांच साल के भीतर,, उन्हें स्मार्ट सिटी बनाने की कोशिश है ,,लेकिन आज तक वह कोशिशें केवल कागजों में ही है।,,,,, सवाल पूछने पर जवाब मिलता है कि,,, स्मार्ट सिटी बनाने के लिए प्रक्रिया शुरू हो चुकी हैं,, लेकिन ना ही बजट का आवंटन हुआ है ,,और ना ही कोई लेआउट।
2022 तक हर एक को पक्का मकान देने का वादा
2022 तक हर एक को पक्का मकान देने का वादा,,, 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने ,,जगह-जगह जनसभाओं में ये संकल्प लिया था कि ,,वह अगर दोबारा देश के प्रधानमंत्री बन जाते हैं,,, तो 2022 में कोई भी ऐसा परिवार नहीं होगा ,,,जिसका अपना खुद का पक्का घर नहीं होगा। ,,साल 2022 चला गया, देश आजादी का अमृत महोत्सव भी मना रहा है,,, लेकिन जमीनी हकीकत प्रधानमंत्री के वादे से कोसों दूर है।
2022 तक गंगा साफ करने के वादा
2022 तक गंगा साफ करने के वादा ,,बता दें कि 2014 में सत्ता में आते ही मोदी सरकार ने गंगा की स्वच्छता को अपनी ,,उच्च प्राथमिकता वाला काम बताया था ,और इसके लिए नमामि गंगे नाम योजना की घोषणा की गई थी,,, जिसका मकसद गंगा के बिगड़े रंग-रूप को बदलना ,,और प्रदूषण पर रोकथाम था। ,, केंद्र सरकार ने जिस तरह से बढ़-चढ़ कर गंगा की ,,स्वच्छता को लेकर घोषणाएं की थी, ,,दरअसल वह अभी तक कागजों पर ही उतर पाई हैं।
5 ट्रिलियन डॉलर के आर्थिक पड़ाव तक पहुंचने का वादा
5 ट्रिलियन डॉलर के आर्थिक पड़ाव तक पहुंचने का वादा ,,,,आर्थिक समीक्षा से लेकर बजट 2019 और ,,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषणों तक में 5 ट्रिलियन इकॉनमी के आर्थिक पड़ाव तक ,,,पहुंचने की बात कही थी। ,,,लेकिन आधे से जयादा कार्यकाल में ,,इकोनॉमी और जीडीपी रेट में कमी आ रही है। ,,कुछ भी हो दोस्तों पीएम मोदी तो सच ही बोलते है,,,एक हम ओर आप ही है बस ,,,जो झूठ सुन रहे है ,,,,आपकी इस पर क्या राय है ,,कमेन्ट कर जरूर बताएँ