दोस्तों देश को पहली वाटर (First Water Metro In India) मेट्रो की सौगात मिल रही है। जी हाँ,,कोच्चि में शुरू होने वाली मेट्रो एशिया की सबसे पहली वाटर मेट्रो है। प्रधानमंत्री नरेंद्र (PM Modi) मोदी 25 अप्रैल को देश की पहली वाटर मेट्रो समर्पित करने जा रहे हैं। यह मेट्रो (Water Metro) दूसरी मेट्रो से बेहद ही अलग है, क्योंकि अब तक आपने केवल (Kochi Water Metro) पटरियों पर चलने वाली मेट्रो देखी होगी, लेकिन अब पानी पर चलने वाली मेट्रो का लुत्फ उठा सकेंगे। हम आपको बताते हैं कि पानी पर चलने वाली इस वाटर मेट्रो की क्या है खासियतें और कैसे यह आपकी यात्रा में चार चांद लगा देती है।
76 किमी का क्षेत्र कवर करेगी पहली वाटर मेट्रो
देश की पहली वाटर मेट्रो कोच्चि जैसे शहरों के लिए एक बहुत अच्छा तोहफा साबित हो सकती है। वाटर मेट्रो प्रोजेक्ट, कोच्चि और उसके आसपास के 10 द्वीपों को जोड़ने वाला केरल का ड्रीम प्रोजेक्ट है। फिलहाल, इस प्रोजेक्ट के लिए 23 वाटर बोट्स और 14 टर्मिनल हैं, जिनमें से चार टर्मिनल पूरी तरह से तैयार है। वहीं, जब यह प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा, तो इसमें 78 वाटर बोट्स होंगे और 38 टर्मिनल होगें। ये वाटर मेट्रो कोच्चि बैकवाटर के 76 किमी के क्षेत्र को कवर करेगी,
वाटर मेट्रो वायटिला और कक्कनाड तक चलेगी
केरल का ड्रीम प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद वाटर मेट्रो 16 रूट पर चलेगी। KMRL और कोच्चि वाटर मेट्रो लिमिटेड के प्रबंध निदेशक लोकनाथ बेहरा के अनुसार, 25 अप्रैल को 8 इलेक्ट्रिक-हाइब्रिड नावों के साथ पहली वाटर मेट्रो केरल हाई कोर्ट से वाइपिन तक चलेगी। वहीं, दूसरे रूट की वाटर मेट्रो वायटिला और कक्कनाड तक चलेगी।
20-25 में होगा सफर तय
दोनों रूट पर चलने वाली पहली वाटर मेट्रो के लिए न्यूनतम किराया 20 रुपये और अधिकतम 40 रुपये होगा। सिंगल जर्नी टिकट के अलावा वाटर मेट्रो के पास साप्ताहिक, मासिक और तिमाही पास भी होंगे। सात दिनों वाले मेट्रो पास और 12 ट्रिप की कीमत ₹180 रुपये तय की गई है। मासिक ट्रिप पास 30 दिनों के लिए वैध है और 50 ट्रिप के लिए ₹600 रुपये तय की गई है। तिमाही पास की कीमत ₹1,500 है और यात्री 90 दिनों में150 ट्रिप का लाभ उठा सकेंगे। यात्री वाटर मेट्रो का उपयोग करने के लिए कोच्चि वन कार्ड का भी उपयोग कर सकेंगे। कोच्चि वन ऐप के माध्यम से मोबाइल क्यूआर टिकट भी बुक किए जा सकते हैं।
यात्रियों के लिए टिकट की बेहतरीन सुविधा
वाटर मेट्रो रोजाना 12 घंटे चलेगी और प्रत्येक 15 मिनट के अंतराल में अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचेगी। वाटर मेट्रो का उपयोग करके यात्री 20 मिनट से भी कम समय में हाई कोर्ट से वाइपीन पहुंच सकते हैं। वायटिला से कक्कनाड तक केवल 25 मिनट तक पहुंच सकते हैं। पहले रूट की सेवा सुबह 7 बजे शुरू होगी और रात 8 बजे तक जारी रहेगी। पीक ऑवर्स के दौरान हाई कोर्ट-वाइपीन रूट पर हर 15 मिनट में वाटर मेट्रो चलेगी।
हर 15 मिनट के अंतराल पर चलेगी वाटर मेट्रो
इस वाटर परियोजना की कुल लागत 1,136.83 करोड़ रुपये है। वाटर मेट्रो के प्रोजेक्ट में केरल सरकार द्वारा 100 करोड़ और बाकि जर्मन फंडिंग एजेंसी केएफडब्ल्यू के द्वारा पैसा लगाया गया है। इसमें एक वाटर मेट्रो के लिए 7 करोड़ रुपये की लागत लगी है। वहीं, प्रत्येक मेट्रो में 50 से 100 यात्री बैठ सकते हैं। वाटर मेट्रो में विकलांगों के लिए रैंप की सुविधा, माताओं के लिए फीडिंग चैंबर और मोबाइल रिचार्ज की सुविधा होगी। वाटर मेट्रो आठ समुद्री मील प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। हैरानी की बात तो यह है कि वाटर मेट्रो लॉ टाइड और हाई टाइड में भी समान स्तर पर रहेगी।
दोस्तों वाटर मेट्रो में ऑटोमेटिक बोट लोकेटिंग सिस्टम और पैंसेजर कंट्रोल सिस्टम होगा। इस मेट्रो में प्रदूषण न फैलाने वाली बैटरी का उपयोग किया गया है। इससे कोच्चि बैकवाटर में पर्यटन क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलेगा। कोच्चि जल मेट्रो परियोजना से एक लाख से अधिक द्वीपवासियों को लाभ होगा।