Dwaraka Expressway: दोस्तों द्वारका एक्सप्रेसवे देश का पहला अर्बन एक्सप्रेसवे है, जो एक शहर को दूसरे से जोड़ता है. 29 किलोमीटर लंबे इस रास्ते का बड़ा सेक्शन पूरा हो चुका है. गुरुग्राम में पड़ने वाले 19 किलोमीटर के इस सेक्शन (Haryana Section) के पूरा होने के बाद,, अब दिल्ली सेक्शन पर काम (June) जोरों से शुरू होगा. NH-48 के अपर मुख्य रेवेन्यू और प्रशासनिक सचिव अनुराग रस्तोगी ने बताया कि,, यह एक्सप्रेसवे (PM Modi) दिल्ली और गुरुग्राम के कई बड़े इलाकों को जोड़ेगा, जिससे रोजाना हजारों गाडि़यों का आना-जाना आसान हो जाएगा.
Dwaraka Expressway की कुल लंबाई 29 किमी
बता दे की द्वारका एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 29 किमी है,, जिसका 19 किमी हिस्सा गुरुग्राम में पड़ता है, वहीं शेष 10 किमी दिल्ली क्षेत्र में पड़ता है. रस्तोगी ने कहा कि ,,एक बार संचालन के बाद, एनएच-48 पर लगभग 60 प्रतिशत यातायात को एक्सप्रेसवे की ओर मोड़ दिया जाएगा, जिससे सोहना रोड और गोल्फ कोर्स रोड पर भी भीड़ कम हो जाएगी.
जून में होगा गुड़गांव सेक्शन का उद्घाटन
दोस्तों द्वारका एक्सप्रेसवे के गुड़गांव सेक्शन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जून में किया जाएगा. बता दें कि द्वारका एक्सप्रेसवे ‘स्वर्णिम चतुर्भुज’ का हिस्सा है जो दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई को जोड़ने वाले राजमार्गों का एक नेटवर्क है. यह एक्सप्रेसवे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से भी जुड़ा होगा. इस एक्सप्रेसवे की घोषणा 2007 में की गई थी. इसे भारत में पहले उन्नत शहरी एक्सप्रेसवे के रूप में विकसित किया जा रहा है.
ट्रैफिक को नए एक्सप्रेसवे पर डायवर्ट किया जाएगा
एनएच आठ पर पचास से साठ प्रतिशत ट्रैफिक को नए एक्सप्रेसवे पर डायवर्ट किया जाएगा। इससे सोहना रोड, गोल्फ कोर्स रोड और एयर एक्सटेंशन की ओर यातायात में सुधार होगा। वर्ष 2023 में इस एक्सप्रेसवे के चालू होने के बाद दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण कम करने में भी मदद मिलेगी। यह 16-लेन एक्सेस-नियंत्रित राजमार्ग है। इसमें दोनों तरफ न्यूनतम 3-लेन सर्विस रोड का प्रावधान रखा गया है। लगभग 29 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे में लगभग 19 किलोमीटर लंबाई हरियाणा में है। शेष 10 किलोमीटर लंबाई दिल्ली में है।
परियोजना में कई बार हो चुकी है देरी
दोस्तों द्वारका एक्सप्रेसवे के गुड़गांव सेक्शन पर काम नवंबर 2019 में 24 महीने की प्रारंभिक समय सीमा के साथ शुरू हुआ था लेकिन इसमें कई बार देरी हो चुकी है. अधिकारियों के अनुसार, भूमि मुकदमेबाजी, कोविड-19 महामारी और एनसीआर में उच्च प्रदूषण स्तर के बीच निर्माण कार्य पर लगाए गए प्रतिबंधों के कारण परियोजना में देरी हुई. वहीं मार्च 2021 में दौलताबाद चौक के पास सड़क का एक हिस्सा ढह जाने के बाद एक्सप्रेसवे पर काम भी 8 महीने के लिए निलंबित कर दिया गया था.
मेडिकल कॉलेज जुलाई 2024 तक बनकर तैयार
रस्तोगी ने शहर में 25 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक बुनियादी ढांचे से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं की स्थिति की समीक्षा की. बैठक में बताया कि सेक्टर 102 में 542 करोड़ रुपये की लागत से शीतला माता देवी मेडिकल कॉलेज जुलाई 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा. मानेसर में 25 मलद सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण लगभग 40 फीसदी पूरा हो गया है और परियोजना के अक्टूबर के अंत तक तैयार होने की उम्मीद है. सेक्टर 10 स्थित सिविल अस्पताल को भी अपग्रेड किया जा रहा है. जनवरी 2024 तक 100 बेड वाले सरकारी अस्पताल में 200 बेड होंगे.