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Delhi Excise policy case: आम आदमी पार्टी की मान्यता होगी रद्द ED ने कोर्ट में दिए सबूत !

Delhi Excise policy case: दोस्तों लोकसभा चुनाव बीत जाने के बावजूद दिल्ली का सियासी पारा हाई है.और इसकी कोई एक वजह नहीं बहुत वजह एक तो दिल्ली के सीएम जेल में है ed आप पार्टी को आरोपी बनाने वाली है और दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने है  जैसे की आप पार्टी कहती है भाजपा आप को एक खतरे के रूप में देखतीआम आदमी पार्टी को कुचलने का मन बना लिया है।” जी हाँ  आप (AAP ) को खत्म करने के लिए”ऑपरेशन झाड़ू” शुरू हो चुका है इस ऑपरेशन में ed की करवाई मेन भूमिका निभा रही है  आप नेताओं को गिरफ्तार करना पार्टी के बैंक खाते जब्त करना और उनके कार्यालय बंद करना शामिल था लेकिन अब मोदी वाशिंग मशीन मे दाग साफ कर बीजेपी (ED) पार्टी में शामिल किया जा रहा है जेपी नड़ड़ा से लेकर अमित शाह तक  पहले जिसको भ्रस्टाचारी बताते थे आज बीजेपी पाउडर ने उसके दाग धो दिए

आम आदमी पार्टी अब देश की पहली पार्टी हो चुकी है जिसका नाम चार्जशीट में है. जिसे आरोपी बनाया गया  यानी अब अरविंद केजरीवाल अगर शराब घोटाले में दोषी साबित हुए तो सजा उनकी पार्टी को भी मिलेगी. क्या अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की मान्यता खत्म हो सकती है?क्या इसलीय ही आप नेता पहले ही पार्टी छोड़ भाग गए क्या 2025 का विधानसभा चुनाव आप पार्टी न लड़ पाए इसलिए ये सब तयारी हो रही है पार्टी को बैन कराने का मकसद क्या 2025 का चुनाव है

आम आदमी पार्टी की मान्यता होगी रद्द!

क्या अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी के लिए सबसे कठिन वक्त आ चुका है? जो शराब घोटाले में अब तक ये पूछते रहे कि घोटाला हुआ तो पैसा कहां है? घोटाला हुआ तो पैसा कहां गया? उन्हें अब ईडी की तरफ से दायर अगली चार्जशीट से झटका लग सकता है. जी हाँ क्योंकि अब सवाल है क्या आम आदमी पार्टी की मान्यता रद्द हो सकती है? और इस सवाल की वजह है ईडी की सप्लीमेंट्री चार्जशीट में आरोपी नंबर-37 के तौर पर अरविंद केजरीवाल का अगर नाम है तो चार्जशीट में आरोपी नंबर-38 के तौर पर पहली बार किसी पार्टी का नाम दर्ज हुआ है. ये पार्टी है अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी. ईडी ने इस मामले में 38 लोगों को आरोपी बनाया है।

यानी अब अरविंद केजरीवाल अगर शराब घोटाले में दोषी साबित हुए तो सजा उनकी पार्टी को भी मिलेगी. अगर ऐसा हुआ तो क्या होगा? इससे पहले यह जानना जरूरी है  आखिर ईडी ने चार्जशीट में आम आदमी पार्टी को आरोपी क्यों बनाया है और केजरीवाल की पार्टी को चार्जशीट में आरोपी बनाते हुए क्या कहा गया है.आरोपपत्र में अरविंद केजरीवाल और आरोपी विनोद चौहान के व्हाट्स ऐप चैट का डिटेल दिया गया। इसके मुताबिक बीआरएस नेता के कविता के पीए ने विनोद चौहान के जरिए साढ़े 25 करोड़ रुपए गोवा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी को पहुचाए थे। कहा गया है कि विनोद चौहान के अरविंद केजरीवाल के साथ अच्छे रिश्ते थे।

ED की चार्जशीट में ये दलीले

ईडी के आरोपपत्र की खास बात यह हैकि इसमें प्रोसीड ऑफ क्राइम यानी अपराध से हुई कमाई का भी जिक्र है और उसका ब्योरा दिया गया है। इसमें बताया गया है कि आरोपी विनोद चौहान के मोबाइल से हवाला नोट नंबर के काफी स्क्रीन शॉट बरामद हुए है। ये स्क्रीन शॉट दिखाते हैं कि कैसे विनोद चौहान प्रोसीड ऑफ क्राइम यानी अपराध से अर्जित आए को दिल्ली से गोवा हवाला के जरिए ट्रांसफर कर रहा था जिसका इस्तेमाल वहां चुनाव में होना था। विनोद चौहान का बयान भी दर्ज किया गया है।

बताया गया है कि हवाला से गोवा पहुंचे पैसे को वहां मौजूद चनप्रीत सिंह मैनेज कर रहा था। हवाला के जरिए गोवा भेजे गए पैसे को लेकर विनोद चौहान और अभिषेक बॉन पिल्लई के बीच जो बातचीत हुई उसके सबूत भी ईडी के पास मौजूद हैं। अशोक कौशिक जिसने अभिषेक बॉन पिल्लई के कहने पर नोटों से भर दो बैग दो अलग अलग तारीख पर विनोद चौहान को पहुंचाए।  उसका बयान भी ईडी ने दर्ज किया है।

ईडी ने 232 पन्नों के आरोपपत्र में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। यह भी कहा गया कि शराब कारोबारियों से सांठगांठ के जरिए नीति को उनके पक्ष में बनवाकरपार्टी के नेताओं को फायदा पहुंचाना था। आरोपपत्र के मुताबिक अरविंद केजरीवाल को अपराध की आय के बारे में पूरी जानकारी थी और वे उसमें शामिल थे। यह पैसा गोवा चुनाव में इस्तेमाल किया गया। चूंकि अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक है। इसलिए पूरी जिम्मेदारी उनकी है। आम आदमी पार्टी हमेशा ये पूछती है कि आखिर पैसों की ट्रेल क्या है. अबकी बार चार्जशीट में ईडी ने ये सब बताया यानि कल 12 जुलाई को ED केजरीवाल और आप के खिलाफ कोर्ट में सबूत पेश करेगी क्या ईडी इन सबूतों को साबित कर पाएगी?

AAP ने लगाया BJP पर आरोप

चार्जशीट में ईडी ने दावा किया है कि आरोपी नंबर 37 यानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार या तो जवाब देने से बचते रहे या झूठी दलील देते रहे. जब ईडी ने अरविंद केजरीवाल से पूछा कि आरोपी विजय नायर उन्हें रिपोर्ट करता था तो केजरीवाल ने कहा नहीं वो तो आतिशी और सौरभ भारद्वाज को रिपोर्ट करता था. केजरीवाल ये तक कह गए कि उनका तो विजय नायर से सीमित संबंध था.

जब पूछा गया कि विजय नायर तो सीएम कैंप ऑफिस से कैसे काम करता था तो केजरीवाल ने इस पर इनकार कर दिया और कहा- नहीं पता. ईडी के मुताबिक जब केजरीवाल से ईडी के अधिकारियों ने कहा कि विजय नायर कोई छोटा-मोटा कार्यकर्ता तो था नहीं बल्कि वो तो आप की मीडिया सेल का प्रमुख था. जब केजरीवाल और विजय नायर के बीच बातचीत के डिजिटल सबूत दिखाए तो दावा है कि केजरीवाल ने जवाब नहीं दिया.

दोस्तों ये तो हुआ आप पर ईडी का शिकंजा अब आप पर बीजेपी के शिकंजे की बात कर लेते है खैर आप के मुताबिक सारा ही मायाजाल बीजेपी का बुना हुआ है तो देख लेते है इस शिकंजे में कौन कौन जकड़ा गया  अब पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी  आप का साथ छोड़ रहे हैं। आम आदमी पार्टी को झटका देते हुए उसके छतरपुर विधायक करतार सिंह तंवर चार अन्य पार्टी नेताओं के साथ बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए। मजे की बात तो ये है भाजपा में शामिल होने से ठीक छह घंटे पहले तंवर ने फेसबुक पर एक पोस्ट में दिल्ली सरकार के स्कूल शिक्षकों के transfer को लेकर  बड़े पैमाने पर भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला था।

कहा कि वह भाजपा का हिस्सा बनकर खुश हैं। और अपनी ही पार्टी के बारे में कहा  भ्रष्टाचार में डूब गई है।पार्टी की तानाशाही के कारण आप छोड़ रहे हैं।आपको बता दे की  करतार सिंह AAP में जाने से पहले भाजपा में थे। हर कोई जानता है कि 2016 में करतार के घर पर इनकम टैक्स रेड मारी गयी थी और भाजपा सरकार के आयकर विभाग ने कहा था कि उन्हें 130 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी मिली है।शायद  केंद्र सरकार की तलवार करतार पर भी लटकी होगी।”

वही दिल्ली के पूर्व समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद जो अप्रैल में आप छोड़कर बसपा में शामिल हो गए थे Raj Kumar Anand को BSP में ‘आनंद’ नहीं मिला तो वह भी भाजपा में शामिल हो गए।राज कुमार आनंद ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है और दलितों के खिलाफ है दिल्ली सरकार में दलित कल्याण फंड में भी घोटाला किया गया इसलिए उन्होंने केजरीवाल सरकार के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।आपको बता दे की 23 नवंबर 2023 को राजकुमार के घर पर ईडी ने छापा मारा क्या पता ईडी के डर से ये कदम उठाया गया हो इनके साथ छतरपुर वार्ड पार्षद उमेश सिंह फोगाट आप कार्यकर्ता रत्नेश गुप्ता और सचिन राय और पटेल नगर की पूर्व विधायक वीणा आनंद भी भाजपा में शामिल हो गए।

दोस्तों आप नेताओं का पाला बदलना वो भी विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहलेसंकटग्रस्त AAP के लिए यह एक झटका ही है। हालांकि आप ने एमसीडी का चुनाव जीतकर साबित किया कि दिल्ली के विधानसभा और एमसीडी चुनाव में जनता आज भी उन्हें वोट देती है लेकिन लोकसभा के राष्ट्रीय चुनाव में उन्हें वोट नहीं मिलता है।राज कुमार आनंद की अयोग्यता से विधानसभा में AAP की ताकत घटकर 61 हो गई है। तंवर को भी दलबदल कानून के तहत अयोग्य घोषित किए जाने की संभावना है। दिल्ली विधानसभा में भाजपा के 8 विधायक थे जो बदरपुर विधायक रामवीर सिंह बिधूड़ी द्वारा लोकसभा चुनाव जीतने के बाद घटकर 7 रह गए हैं। आप नेताओ के लिए अब एक तरफ कुआ तो एक तरफ खाई वाली सिचूऐशन हो गई है खैर कुछ भी हो आप पर खतरे की तलवार लटकी हुई है अब कल की सुनवाई से आप को राहत मिलेगी या मुसीबत आपको क्या लगता है हमे कमेन्ट कर जरूर बताएँ

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