दोस्तों दिल्ली को जाम से बचाने के लिए 77 कॉरिडोर्स की पहचान कर ली गई है दोस्तों सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर बनी टास्क फोर्स ने 2017 में दिल्ली को जाम मुक्त करने के लिए 77 कॉरिडोर की पहचान की थी। कुल 413 किलोमीटर तक इन सड़कों के फुटपाथ से अतिक्रमण, पेड़ और खंबे हटाने की प्लानिंग बनी थी। इसके तहत ट्रैफिक डायवर्जन का भी प्रस्ताव था।
दोस्तों अब इस फेज में इन सड़कों के फुटपाथ से अतिक्रमण हटाने की मुहिम चलाई जा रही है। नगर निगम और नई दिल्ली नगर पालिका के जरिए यह अभियान चलेगा, जिसमें दिल्ली पुलिस की तरफ से सुरक्षा दी जाएगी। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का पालन करने के तहत उपराज्यपाल की तरफ से अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाना है। इन कॉरिडोर को तीन कैटिगरी में बांटा गया है। ए-कैटिगरी में 29 रोड की पहचान हुई थी, जिनमें सबसे ज्यादा जाम रहता है। इन कॉरिडोर पर रोजाना 50 हजार से ज्यादा गाड़ियां चलती हैं। बी-कैटिगरी में 30 रोड हैं, जिनमें 30 हजार से ज्यादा गाड़ियां रोज गुजरती हैं, जबकि सी-कैटिगरी में 18 रोड हैं, जिनमें रोजाना 20 हजार से ज्यादा गाड़ियां दौड़ती हैं।
दोस्तों इन रोड के फुटपाथ पर कई जगह कच्चा पक्का निर्माण किया गया है। कई जगह तो धार्मिक स्थल भी बन चुके हैं। कच्चा निर्माण तो हट जाएगा, लेकिन सबसे ज्यादा दिक्कत पक्का निर्माण हटाने की है। नगर निगम और एनडीएमसी को इसके लिए अपना एक्शन प्लान बनाने के लिए कहा जाएगा। ये दोनों सिविक एजेंसियां ही तोड़फोड़ का काम करती हैं। इसके लिए दिल्ली पुलिस की तरफ से पूरी फोर्स मुहैया कराई जाएगी। वही ट्रैफिक पुलिस इस दौरान जरूरत पड़ने पर ट्रैफिक डायवर्ट करने का काम करेगी।
आपको ये भी बता दे की टास्क फोर्स ने 40 ऐसे पॉइंट्स की पहचान की थी, जहां से अतिक्रमण हटाने से सड़क चौड़ी हो जाएगी। कई जगह अवैध पार्किंग चलने से जाम रहता है। इस सबको हटाने के लिए यह अभियान चलाया जाएगा। सभी जिलों की तरफ से जल्द ही सिविक एजेंसियों के साथ इसे लेकर मीटिंग होगी, जो अपना प्लान बनाने को कहेंगे। इसके मुताबिक ही उन्हें पुलिस मुहैया कराई जाएगी। MCD द्वारा जाम को हटाने के लिए जो ये एक्शन लिया जा रहा है।