NewsClick Raid: दोस्तों देश में अमृतकल चल रहा है ,ओर हम अमृतकाल का उत्सव मना रहे है ,मोदी राज में ये कैसा ,अमृतकल चल रहा है ,अक्सर जब भी पुलिस raid करती है तो ,हथियार जब्त कीये जाते है ,गोला बारूद ,जब्त कीये जाते है ,लेकिन अब किताबें जब्त की जा रही ,पत्रकारों की कलम जब्त की जा रही है ,क्या अब पत्रकारों की किताबें ओर कलम ही, गोला बारूद बन गई है ????अभी तक हम ,छापेमारी की कारवाई देख रहे थे ,राजनीतिक पार्टियों के ऊपर ,की इस नेता के ऊपर ,इस विधायक के ऊपर ,इस सांसद के ऊपर,,छापे पड रहे है ,लेकिन अब संस्थाओ के ऊपर ,छापे पड़ रहे है ,जी हाँ ,आज सुबह सुबह खबर आई की ,दिल्ली पुलिस ने न्यूज क्लिक से जुड़े ,कई पत्रकारों के घर पर छापा मारा है
NewsClick से जुड़े पत्रकारों के ठिकानों पर Delhi Police की रेड
दोस्तों न्यूज क्लिक वेबसाइट के पत्रकारों के ठिकानों पर ,दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल छापे मारी कर रही है। ,आज सुबह-सुबह एक साथ दिल्ली, नोएडा, गजियाबाद में रेड मारी है। न्यूज क्लिक से जुड़े संजय राजौरा, भाषा सिंह, उर्मिलेश, प्रबीर पुरकायस्थ, अनिंदो चकवर्ती और सोहेल हाशमी के ठिकानों पर भी रेड पड़ी है। अभिसार शर्मा को गिरफ्तार करने की भी चर्चा है। ,लेकिन एएनआई ने दिल्ली पुलिस के सूत्रों के हवाले से बताया है कि, फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। छापेमारी को लेकर दिल्ली पुलिस की तरफ से ,आधिकारिक तौर पर विवरण साझा नहीं किया गया है। ,लेकिन अभिसार शर्मा ने एक्स/ट्विटर पर पोस्ट कर बताया है, “दिल्ली पुलिस मेरे घर पहुँची। मेरा लैपटॉप और फोन ले लिया।”
उर्मिलेश के वकील ,गौरव यादव ने जानकारी दी
न्यूज क्लिक के राइटर उर्मिलेश के वकील ,गौरव यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि, उर्मिलेश की पत्नी ने मुझे बताया कि उन्हें दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ,अभी मेरे पास कोई अन्य जानकारी नहीं है। खबर है कि अभिसार शर्मा को स्पेशल सेल लेकर गई। ,स्पेशल सेल ने इस मामले में UAPA के तहत, केस दर्ज किया है। ये आरोप है कि इस वेबसाइट में चीन की कंपनियों का पैसा लगा है।
न्यूज क्लिक एक डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म है। जिसके ऊपर विदेशी फंडिंग का मामला दर्ज हुआ है। ,भारतीय जनता पार्टी ने चीन का साथ देकर, भारत में माहौल खराब करने का आरोप लगाया था। स्पेशल सेल से पहले ईडी भी छापेमारी की कार्रवाई कर चुकी है। ईडी ने जानकारी दी थी कि न्यूज क्लिक को ,विदेशों से लगभग 38 करोड़ रुपए की फंडिंग हुई थी। ,जिसके बाद भाजपा ने आरोप लगाया था कि साल 2005 से 2014 के बीच ,कांग्रेस को भी चीन से बहुत सारा पैसा मिला। ,इतना ही नहीं द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में भी बताया गया था कि ,न्यूज क्लिक को विदेशी फंडिंग से 38 करोड़ मिले थे। ,यह पैसा कुछ जर्नलिस्ट में शेयर हुआ था।
Delhi Police की इस कार्रवाई पर सियासत शुरू
दोस्तों दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई पर, सियासत भी शुरू हो गई है। राजद सांसद मनोज झा ने कहा, ‘गांधी जयंती के ठीक बाद इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण ,और दूर्भावनापूर्ण कार्रवाई नहीं हो सकती… ,जो लोग आपसे सवाल पूछें, आपकी भजन मंडली में शामिल न हों, उनके साथ यह SOP बन गई है… आज की यह कार्रवाई इतिहास में दर्ज होगी… कल बिहार की जातीय सर्वेक्षण की रिपोर्ट आई है, ,इसके बाद BJP की जमीन खिसक रही है ,इसलिए यह कार्रवाई की।’ और वहीं न्यूज क्लिक पर हुई कार्रवाई को लेकर ,बीजेपी नेता दुष्यंत कुमार गौतम ने कहा कि ,न्यूज क्लिक या अन्य किसी एजेंसी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। देश को तोड़ने के लिए विदेशों से पैसा लेकर, यहां काम कर रहे हैं। चीन हमारे देश को आगे बढ़ता हुआ नहीं देखना चाहता है। ,वह देश के खिलाफ राष्ट्र विरोधी एजेंसियों का इस्तेमाल कर रहा है।
मीडिया संगठन और पत्रकारों ने क्या कहा?
दोस्तों न्यूजक्लिक से जुड़े लोगों पर हो रही कार्रवाई का, पत्रकारों और प्रेस क्लब ऑफ इंडिया सहित ,विभिन्न मीडिया संगठनों ने विरोध किया है. प्रेस क्लब ऑफ इंडिया यानि PCI का एक बयान आया है. PCI ने कहा है,’प्रेस क्लब ऑफ इंडिया न्यूजक्लिक से जुड़े पत्रकारों और लेखकों के घरों पर की गई छापेमारी से बेहद चिंतित है. हम पत्रकारों के साथ एकजुटता से खड़े हैं, और सरकार से मामले पर डिटेल देने की मांग करते हैं.’
वही ,DIGIPUB न्यूज़ इंडिया फाउंडेशन ने कहा, “Newsclick से जुड़े पत्रकारों के घरों पर छापेमारी से DIGIPUB बेहद चिंतित है. उन्हें हिरासत में लिया गया है, उनके फोन और लैपटॉप जब्त कर लिए गए हैं. ,यह सरकार के मनमाने और डराने-धमकाने वाले व्यवहार का एक और उदाहरण है. हम घटनाक्रम पर नजर रख रहे हैं.”
मुंबई प्रेस क्लब ने ‘लिखा, “मुंबई प्रेस क्लब दिल्ली में चल रही घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त करता है, जहां न्यूजक्लिक से जुड़े कई पत्रकारों पर दिल्ली पुलिस ने छापेमारी की है, उनके आवास से उनके फोन और लैपटॉप जब्त कर लिए हैं.”,वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने भी, दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं.,की लोकतंत्र में पत्रकार कब से राज्य के ‘दुश्मन’ बन गए?
दोस्तों अब सवाल ये उठता है ,क्या मोदी सरकार अब सवालों से डर गई है ,अगर आपको न्यूज क्लिक की फन्डिंग की जांच करनी है तो ,मालिक से पूछ ताछ करे ,अकाउंट देखने वाले से पूछताछ करे ,कोई भी पत्रकार ,किसी संस्था में काम करता है ,तो उसका काम होता है वीडियो बनाना या दिखाना ,वो पैसों की फन्डिंग नहीं देखते है ,इनका काम फन्डिंग का जुगाड़ करना नहीं होता है ,ये सरकार को समझ लेना चाहिए ,की मालिक से पूछताछ करे पत्रकारों को ऐसे detained नहीं करना चाहिए ,पत्रकारों का काम जनता की आवाज बनना है ना की फन्डिंग का जुगाड़ करना ,खैर अमृतकाल चल रहा है ,इसमे ओर क्या क्या देखने को मिलेगा पता नहीं ,अमृतकाल का लुफ़त उठाइए बस ,दिल्ली पुलिस द्वारा पत्रकारों पर जो एक्शन लिया गया ,उस पर आप क्या सोचते है ,हमे कमेन्ट कर जरूर बताएँ