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Manish Sisodia Bail: Supreme Court की जमानत के बाद, दिल्ली के Deputy CM बनेंगे सिसोदिया!

Manish Sisodia Bail: आम आदमी पार्टी नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया कोशराब नीति मामले मे सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी है । जमानत मिलते ही कई सवाल उठ रहे है  क्या अब मनीष सीसोदिया के बाद सत्येंद्र जैन और अरविंद केजरीवाल को जमानत मिलेगी। अगर हाँ,,, तो क्या विधानसभा चुनाव स पहले बाहर आ पायेगे केजरीवाल ? सबसे बड़ा सवाल क्या फिर से  ​​दिल्ली के (Deputy CM) डिप्टी सीएम बनेंगे (Supreme Court) मनीष सिसोदिया?  

Supreme Court से Manish Sisodia को जमानत

दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम को जमानत मिलने के बाद से पार्टी नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं तक में खुशी लहर है. जमानत मिलने के तत्काल बाद उन्हें फिर से दिल्ली का डिप्टी सीएम बनाने को लेकर चर्चा सुर्खियों में है. दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में आप नेता मनीष सिसोदिया के सचिवालय जाने पर रोक नहीं लगाई है. जबकि सीएम अरविंद केजरीवाल को लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए अंतरिम जमानत देते हुए उनके सचिवालय जाने पर रोक लगाई थी. यही वजह है कि उनका दोबारा डिप्टी सीएम बनने की संभावना जताई जा रही है. इस चर्चा को आम आदमी पार्टी राज्यसभा से सांसद स्वाति मालीवाल के बयान से भी बल मिला है.
दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और आप सांसद स्वाति मालीवाल ने मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के तत्काल बाद एक्स पोट पर कहा “अब वो लीड लेकर सरकार को सही दिशा में लेके चलेंगे”.इसका मतलब येही है अब आने वाले चुनाव को लेकर आप पार्टी मनीष सीसोदिया को डेप्यूटी सीएम बना सकती है और चुनाव प्रचार में ये मुद्दा भुनाया जाएगा साथ में इसको हवा मनीष सीसोदिया की जमानत से मिल गई है

क्या कहता है कानून ?

चर्चाएँ तो चल रही है की मनीष सीसोदिया को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है तो क्या कानून इसकी इजाजत देता है क्या कोई व्यक्ति जो जमानत पर बाहर आया हो क्या फिर ऐसे पद पर आसीन हो सकता है? कानून तो साफ कहता है कि जब तक कोई अपराधी साबित ना हो जाए जब तक सारे आरोप सिद्ध ना हो जाए कोई भी शख्स चुनाव भी लड़ सकता है और इस तरह से पद पर भी आसीन हो सकता है। समझने वाली बात यह है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी कई गंभीर आरोप लगे हैं उन्हें जांच एजेंसी ने किंग पिन तक बता डाला है लेकिन फिर भी वे सीएम बने हुए हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि कोई भी आरोप अभी सिद्ध नहीं हुआ है कोर्ट ने उन्हें दोषी नहीं मान लिया है।

इसी लॉजिक को आधार बनाकर अगर सोचा जाए तो मनीष सिसोदिया को भी फिर से दिल्ली का डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। उन्हें कोर्ट ने कोई दोषी नहीं मान लिया है बस आरोप हैं जिनकी जांच अभी भी जारी है। एक पहलू यह भी समझने वाला है नेताओं पर आरोप तो पहले भी कई मौकों पर लग चुके हैं। लेकिन कोई कानून यह नहीं कहता है कि आरोप लगते ही वे अपना पद छोड़ दें। लेकिन देश की जैसी राजनीति रही है कई नेता नैतिकता के आधार पर अपना पद छोड़ देते हैं। मनीष सिसोदिया ने भी नैतिकता के आधार पर ही डिप्टी सीएम का पद छोड़ा था।

अब यह बात तो सच है कि जब तक आरोप सिद्ध नहीं जब तक कोई दोष नहीं आप सरकारी पद पर बैठ सकते हैं लेकिन एक बड़ी अड़चन भी है। वैसे तो यह दुविधा नहीं रहती लेकिन सिसोदिया केस में जरूर मामला फंस सकता है। अगर ध्यान से देखा जाए तो जब भी कोई कैबिनेट एक्सपेंशन होता है तब सीएम खुद एलजी के पास जाता है और नामों पर मुहर लगवाता है। लेकिन यहां तो अरविंद केजरीवाल अभी जेल में चल रहे हैं। जैसी शर्तें हैं वे जेल में बैठकर किसी सरकारी कागज पर हस्ताक्षर भी नहीं कर सकते। ऐसे में सिसोदिया की डिप्टी सीएम बनने वाली एप्लीकेशन को आगे कौन बढ़ाएगा? यह सही बात है कि अगर केजरीवाल अपील करेंगे तो एलजी को डिप्टी सीएम बनाना ही पड़ेगा लेकिन वो अपील होगी कैसे? जेल में रहकर तो यह मुमकिन नहीं लगता है।

Supreme Court ने कहा

मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) मामले में उच्चतम न्यायालय ने उन्हें शर्तों के साथ जमानत दे दी है. वहीं अब सवाल ये है कि सिसोदिया जेल से आखिर कब बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद ये संभावना है कि मनीष सिसोदिया आज ही जेल से बाहर आ सकते हैं.  

आबकारी नीति अनियमितताओं के मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा जमानत दिए जाने पर मनीष सिसोदिया का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील ऋषिकेश कुमार ने कहा “कोर्ट ने कहा है कि अगर आपके पास सबूत हैं तो छेड़छाड़ का कोई मामला नहीं बनता. अगर आपने उन्हें इतने लंबे समय तक जेल में रखा है तो यह जमानत के सिद्धांतों के खिलाफ है. चाहे ईडी का मामला हो या धारा 45 का जमानत का मुख्य नियम वहां लागू होता है. और यह ध्यान में रखते हुए कि मनीष सिसोदिया पहले ही 17 महीने जेल में रह चुके हैं सुप्रीम कोर्ट ने ईडी की सभी दलीलों को खारिज कर दिया और उन्हें जमानत दे दी. कोर्ट ने यह भी कहा है कि ईडी ने कोर्ट में जो बयान दिया है कि ट्रायल 6-8 महीने में खत्म हो जाएगा ऐसा नहीं लगता कि यह खत्म होगा…”

जमानत के बाद प्रतिक्रिया

केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने कहा कि भगवान के घर देर है अंधेर नहीं..आम आदमी पार्टी ने इस फैसले का स्वागत करते हुए इसे सत्य की जीत करार दिया है.

आप के आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर लिखा गया है ”दिल्ली वालों की दुआएं कामयाब हुईं. तमाम झूठ औऱ षडयंत्रों का जाल तोड़कर 1.5 साल बाद जेल से बाहर आएंगे शिक्षा क्रांति के जनक मनीष सिसोदिया जी.””मनीष जी यह 17 महीने दिल्ली के स्कूलों को बनाने में लगाते लेकिन बीजेपी ने इन्हें बर्बाद कर दिया. मैं माननीय सुप्रीम कोर्ट को नमन करूंगा. कोर्ट के इस फ़ैसले से दिल्ली का एक-एक नागरिक खुश है. इसके साथ ही मैं उम्मीद करता हूं कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी और सत्येंद्र जैन जी को भी जल्द न्याय मिलेगा और वह भी बाहर आएंगे.” वहीं मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मनीष सिसोदिया जी को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलना राहत की बात है. 

जमानत मिलने पर राज्यसभा सासंद राघव चड्ढा ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने लिखा है ”दिल्ली शिक्षा क्रांति के नायक मनीष सिसोदिया जी को बेल मिलने से पूरे देश में आज ख़ुशी है। मैं माननीय सुप्रीम कोर्ट का हृदय की गहराई से आभार व्यक्त करता हूँ। मनीष जी को 530 दिन तक जेल की सलाख़ों के पीछे रखा गया। उनका जुर्म इतना था कि उन्होंने गरीबों के बच्चों को एक बेहतर भविष्य दिया। प्यारे बच्चों आपके मनीष अंकल वापिस आ रहे हैं।”


पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि सत्य की जीत है मनीष सिसोदिया की जमानत. वहीं हरियाणा AAP के नेता अनुराग ढांडा ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि देश में शिक्षा क्रांति को दबाने की बीजेपी की सभी साजिश नाकाम हो गई हैं. मनीष सिसोदिया के बाहर आने से पूरे देश में बदलाव की लहर तेज़ होगी. सभी देशवासियों को जीत के पहले पडाव की शुभकामनाएं. अब जल्द ही अरविंद केजरीवाल भी हमारे बीच होंगे.वही RJD सांसद मनोज झा ने स्वागत किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की पूरी टीम विपक्ष को साधने में लगी थी।

वहीं सिसोदिया को मिली जमानत पर भारतीय जनता पार्टी के नेता दुष्यंत गौतम ने कहा कि कोर्ट ने जमानत दी है बरी नहीं हुए हैं. वे आज भी गुनहगार हैं. इतना ज्यादा उत्साहित होने की जरूरत नहीं है. जमानत शर्तों पर दी गई है उसका निर्वहन करते रहिए और देखिते रहिए कि आगे क्या क्या होता है. आपकी इस बयान पर क्या राय है हमे कमेन्ट कर जरूर बताएँ

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