दोस्तों वो कहावत तो आपने सुनी ही होगी की गिरगिट को रंग बदलने में वक्त नहीं लगता लेकिन हमारे देश में नेता तो इससे भी आगे निकल चुके है जी हाँ दोस्तों गुजरात में इन दिनों कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हार्दिक पटेल काफी ट्रेंड में हैं। पार्टी बदलने के बाद से ही हार्दिक पटेल का सोशल मीडिया पर जमकर विरोध हो रहा है। युजर्स हार्दिक को टैग कर उनके ही पुराने वीडियो और फोटो शेयर कर रहे हैं। इसी कड़ी में फेसबुक पर हार्दिक पटेल के खिलाफ इतनी अभद्र टिप्पणियां की गईं कि उन्हें अपना कमेंट बॉक्स तक बंद करना पड़ा इतना ही नहीं दोस्तों गुजरात के चर्चित पाटीदार आरक्षण आंदोलन से उभरे नेता हार्दिक पटेल को लगातार धमकियां भी मिल रही थीं, जिसके बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा भी दी गई है।
दोस्तों हार्दिक पटेल ने कांग्रेस का दामन छोड़कर अब BJP पार्टी ज्वाइन कर ली है। लेकिन आप जानते ही होंगे ही हार्दिक पटेल जब कांग्रेस में थे तब वो PM मोदी और अमित शाह को कितना कोसते,अमित को तो हार्दिक पटेल ने गुंडा तक कह दिया था। लेकिन आज देखिये सब कुछ बदल गया है। जिस हार्दिक पटेल पर बीजेपी सरकार ने देशद्रोह का मामला दर्ज किया। आज उसी हार्दिक का बीजेपी ने स्वागत किया।
दोस्तों हार्दिक पटेल ने गुजरात भाजपा के सदस्यता अभियान के सिलसिले में फेसबुक पर एक पोस्ट डाला। इसमें उन्होंने सोशल मीडिया पर अपील की थी कि लोग मिस्ड कॉल के माध्यम से बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करें। उन्होंने अपने पोस्ट में एक पोस्टर भी अटैच किया, जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ हार्दिक पटेल की तस्वीर भी लगी थी।
जैसे ही हार्दिक पटेल पोस्ट को फेसबुक पर डालते है उनके खिलाफ अभद्र टिप्पणियों की बाढ़ सी आ गई। लोगों ने उनके कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने पर सवाल खड़ा किया। साथ ही लोगों ने बीजेपी के खिलाफ उनके पुराने बयानों के वीडियो और फोटो शेयर करना शुरू कर दिया। इससे परेशान होकर हार्दिक पटेल ने अपना कमेंट बॉक्स बंद कर दिया। दोस्तों आपको बता दे की फेसबुक अपने युजर्स को यह अधिकार देता है कि वो अपना कमेंट बॉक्स लॉक कर सकते हैं। इसी फीचर का यूज कर हार्दिक ने कमेंट बॉक्स को बंद कर दिया। दोस्तों बहुत से लोग है जो हार्दिक के सपोर्ट में थे लेकिन हार्दिक के BJP में जाने के बाद वो लोग हार्दिक से खफा हो गए। अब वो लोग हार्दिक को दलबदलू ,पलटू नाम से बुला रहे हैं।
दोस्तों हार्दिक पटेल ने 28 साल की उम्र में 2015 में पाटीदार समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर एक आंदोलन का नेतृत्व किया था। वहीं हार्दिक पटेल 2019 में कांग्रेस में शामिल हो गए थे। पटेल ने 18 मई को कांग्रेस से इस्तीफा देने से पहले पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे एक पत्र में दावा किया था कि पार्टी ने देश में कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर केवल एक अवरोधक की भूमिका निभाई है और वो हर चीज का केवल विरोध करने तक ही सिमट गई है,जिसके बाद हार्दिक ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया।
दोस्तों इस साल दिसंबर में गुजरात विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसे देखते हुए हार्दिक का पार्टी में शामिल होना भाजपा के लिए लाभकारी तो वही कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना गया। अब देखना होगा कि BJP आगामी चुनाव में हार्दिक को कितनी अहमियत देती है।