Loksabha Election: दोस्तों यूपी के फर्रुखाबाद (Farrukhabad) में निर्वाचन आयोग के गोदाम में आग लग गई आग लगने से दर्जनों ईवीएम (EVM) मशीनें जल गई गोदाम में बिजली की फीटिंग भी नहीं है तो आग कैसे लगी अब सवाल उठता है आग लगी है या लगाई गई है? ईवीएम से वोटिंग को लेकर विपक्षी दल हमेशा से सवाल उठाते रहे है कही कोई सबूत मिटाने की कोसिस तो नहीं की गई
दोस्तों इस तरह के सवाल इसलीय उठ रहे है क्योंकि evm हमेशा से विवादों में रहा है विपक्ष का कहना है बीजेपी evm से खेल करती है यूपी के चुनाव के दौरान भी यही आरोप लगे और हाल ही मे हुए मध्य प्रदेश चुनाव में भी बीजेपी की जीत के बाद evm की धानदली के आरोप लगे और इंडिया गठबंधन की बैठक में भी विपक्षी दलों ने प्रस्ताव पारित करके evm को खारिज किया था दोस्तों इन सबके बीच अचानक से खबर आना की गोदाम में आग लग गई है जिसमे 800 evm रखी हुई थी ये सवाल खड़ा करता है कही कुछ गड़बड़ तो नहीं अब इन आरोपों में कितनी सच्चाई है ये तो जांच के बाद ही सामने आएगा फिलाल इस घटना ने सभी को हैरान कर दिया है
कमरे में नहीं था कोई बिजली कनेक्शन
दरअसल, मामला ये है बुधवार को चुनाव आयोग के गोदाम में अचानक आग लग गई। गोदाम में रखीं एक दर्जन से ज्यादा ईवीएम मशीने जलकर बर्बाद हो गईं। और हैरान करने वाली बात ये है कि जिस गोदाम में ईवीएम मशीने रखीं थीं। उस गोदाम में बिजली का कनेक्शन नहीं था। ऐसे में शार्ट सर्किट से आग लगने की भी आशंका नहीं जताई जा सकती है। इस रहस्मयी आग को लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि फर्रुखाबादमें 800 ईवीएम जलीं बिना शार्ट सर्किट के लगी आग से शक का धुआं उठ रहा है।
सुबह चुनाव आयोग के गोदाम में आग लग गई। जिसकी वजह से अफरा-तफरी मच गई। आग की सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड टीम को गोदाम के अंदर जाने का रास्ता नहीं मिल रहा था। गोदाम में धुआं भर गया था। फायर ब्रिगेड की टीम ने दीवार पर होल बनाकर पानी की बौछार की। आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। सिटी मजिस्ट्रेट सतीश चंद्र के मुताबिक गोदाम में आग लगने की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है। गोदाम के अंदर बिजली फिटिंग भी नहीं है ऐसे में शॉट सर्किट से आग लगने की आशंका भी नहीं जताई जा सकती है।
डीवीआर सुरक्षित करने के निर्देश
आग बुझाए जाने के बाद में गोदाम के अंदर जूट (नारियल का छिलका) के कुछ टुकड़े अधजले अवस्था और किसी रासायनिक पदार्थ में भीगे हुए बताए जा रहे थे. जिसके बाद में किसी के द्वारा आग लगाए जाने की अधिक आशंका व्यक्त की जाने लगी. जूट के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल है. सिटी मजिस्ट्रेट ने डीवीआर को सुरक्षित करने के निर्देश दिए हैं। जांच के बाद ही गोदाम में आग लगने का कारण पता चल पाएगा।
दोस्तों नियमानुसार, वेयरहाउस बेसमेंट में विद्युतीकरण की अनुमति नहीं है। हालांकि विभागीय सूत्रों के अनुसार बेसमेंट में बिजली कनेक्शन था। जांच के बाद विद्युत अधिकारियों ने शार्ट सर्किट की संभावना से इन्कार कर दिया। जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि अज्ञात कारणों से लगी आग में लापरवाही प्रतीत हो रही है। जांच कराई जा रही है। इसके लिए तीन सदस्यीय समिति गठित कर दी गई है। इसमें नगर मजिस्ट्रेट के अलावा मुख्य अग्निशमन अधिकारी व विद्युत सुरक्षा के अधिकारियों को शामिल किया गया है।
अभी तक की जानकारी के अनुसार 762 बैलट यूनिट, 78 कंट्रोल यूनिट और 338 वीवीपीएटी क्षतिग्रस्त होने की सूचना है। यह बची हुई और खराब ईवीएम थीं। उन्होंने घटना में लापरवाही के बिंदु पर भी जांच किए जाने की बात कही गई।
विपक्ष ईवीएम पर लगातार सवाल उठाता रहा है। विपक्ष बैलट पेपर से चुनाव कराने की मांग करता रहा है यानि विपक्ष का मानना है की आग लगी नहीं है लगाई गई है अब विपक्ष के आरोप सही है या गलत अपनी राय कमेन्ट कर जरूर बताएँ