Kedarnath Yatra 2023 : दोस्तों चारधाम यात्रा जब से शुरू हुई है, तब से (Kedarnath Yatra 2023 Registration) उत्तराखंड में मौसम बिगड़ा हुआ है। एक दिन के लिए केदरानाथ में धूप निकली थी। इसके बाद फिर से मौसम खराब हो गया है। मौसम खराब होने के बाद भी केदारनाथ (Kedarnath Yatra) पहुंचने वाले लोगों की संख्या में कोई कमी नहीं आ रही है। मौसम को देखते हुए उत्तराखंड सरकार (Kedarnath) ने रजिस्ट्रेशन पर 8 मई (8 May ) तक के लिए रोक लगा दी है।
बद्रीनाथ, गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के लिए रजिस्ट्रेशन हो रही
केदारनाथ के कपाट 25 मई को खुले थे। पहले दिन से बारिश और बर्फबारी रुक-रुक कर जारी है। गुरुवार को एकमात्र ऐसा दिन था, जिस दिन धूप निकली और मौसम साफ रहा, लेकिन फिर मौसम खराब हो गया है। केदारघाटी और उत्तराखंड में आगामी तीन से चार दिन तक मौसम खराब रहने का अनुमान है। इसको देखते हुए रजिस्ट्रेशन रोक दिया गया है। वहीं, बद्रीनाथ, गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के लिए रजिस्ट्रेशन हो रही हैं। केदारनाथ में अब तक 1.23 लाख से अधिक भक्तों ने बाबा के दर्शन किए हैं।
केदारनाथ में ग्लेशियर फटा
केदारनाथ को जाने वाले मार्ग पर को ग्लेशियर टूट गया था, जिसमें फंसे चार लोगों को रेस्क्यू किया गया था और गुरुवार दोपहर को मार्ग खोला गया था, लेकिन कुछ देर बार फिर से ग्लेशियर फट गया, जिससे मार्ग बंद है। जगह-जगह करीब 20 हजार लोगों को कैंपों में रोक रखा गया है,,एसडीआरएफ के जवानों ने यहां पर तीर्थयात्रियों की सुरक्षित आवाजाही कराई।
सुबह अपडेट लेकर आगे बढ़ने की अपील की
गुरुवार सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक 9533 तीर्थयात्री केदारनाथ भेजे गए। मौसम साफ रहने पर आज भी सुबह नौ बजे यात्री केदारनाथ भेजे जाएंगे। बदरीनाथ हाईवे बंद हेलंग के पास भूस्खलन के कारण बदरीनाथ हाईवे बंद हो गया। पुलिस ने यात्रियों से रात को सुरक्षित स्थानों पर ठहरने और सुबह अपडेट लेकर आगे बढ़ने की अपील की है।
लगातार धाम में बारिश व बर्फबारी हो रही
25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खुले थे। तब से लगातार धाम में बारिश व बर्फबारी हो रही है। मौसम खराब होने से सरकार को यात्रा के लिए पंजीकरण रोकना पड़ रहा है। चारधाम यात्रा में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का कोटा व्यवस्था समाप्त करने के बाद पंजीकरण में तेजी आई है, लेकिन बारिश और बर्फबारी से यात्रा बाधित हो रही है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सरकार को केदारनाथ धाम की यात्रा रोकनी पड़ रही है।