दोस्तों ये न्यू इंडिया है, अन्याय के खिलाफ आवाज उठाओगे तो ED-CBI, पुलिस, FIR सबसे लाद दिए जाओगे,,राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को भी सच बोलने की, तानाशाह के खिलाफ आवाज बुलंद करने की सजा मिल रही है,, जी हाँ,,सांसद राहुल गांधी को चार साल पुराने (Rahul Gandhi Defamation Case) एक बयान पर गुजरात की सूरत (surat court ) सेशन कोर्ट ने दोषी करार देते हुए,, दो साल की सजा सुनाई. कोर्ट ने राहुल गांधी (rahul gandhi in jail) को 30 दिनों की जमानत तो दे दी है,, लेकिन दो साल की सजा होने की वजह से उनकी लोकसभा सदस्यता पर संकट गहरा गया है,,,दोस्तों अगर राहुल गांधी को ऊपरी अदालत से राहत नहीं मिलती है तो उन्हें अपनी सदस्यता गवांनी पड़ सकती है? ,,
दरअसल, दोस्तों जनप्रतिनिधि कानून के मुताबिक अगर सांसदों और विधायकों को किसी भी मामले में,, 2 साल से ज्यादा की सजा हुई है तो ऐसे में उनकी सदस्यता (संसद और विधानसभा से) रद्द हो जाएगी. इतना ही नहीं दोस्तों सजा की अवधि पूरी करने के बाद 6 सालों तक चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य भी होते हैं,,
Rahul Gandhi का क्या है पूरा मामला?
दोस्तों ये मामला साल 2019 का है जब राहुल गांधी कर्नाटक के कोलार में लोकसभा चुनाव की रैली कर रहे थे. रैली के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि आखिर सभी चोरों के सरनेम मोदी ही क्यों होते हैं. इस कमेंट के बाद काफी सियासी बवाल हुआ था. इसके बाद बीजेपी विधायक और गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने राहुल के इस कमेंट को लेकर उनपर आपराधिक मानहानि मामला दर्ज करवाया था
बीजेपी ने बोला सियासी हमला
दोस्तों राहुल गाँधी के इस कमेंट पर BJP नेता पूर्णेश ने कहा था कि राहुल गांधी का बयान पूरे मोदी समाज के लिए अपमानजनक है और इससे पूरे मोदी समुदाय को बदनाम किया गया है,, दोस्तों का कोर्ट फैसला आने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि मैंने किसी समुदाय को बदनाम करने के लिए कोई बयान नहीं दिया था. मेरा इरादा किसी को हानि या ठेस पहुंचाना नहीं था,, मेरा उद्देश्य सिर्फ भ्रष्टाचार को उजागर करना था,,वही सूरत के सेशन कोर्ट ने राहुल गांधी को दोषी ठहराते हुए दो साल की सजा सुनाई है.
क्या जाएगी राहुल गांधी की संसद सदस्यता?
दोस्तों आपको ये भी हम बता दे की सुरत के सेशन कोर्ट के फैसले की कापी को,,अगर प्रशासन लोकसभा सचिवालय को भेज देता है,, तो इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष उसे स्वीकार करते ही राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म हो जाएगी,, राहुल गांधी को दो साल की सजा हुई है, जिसके बाद छह साल तक वो चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. इस तरह से राहुल गांधी अब कुल आठ साल तक कोई भी चुनाव नहीं लड़ पाएंगे.
दोस्तों अभी राहुल गांधी को अपनी सदस्यता को बचाए रखने के सारे रास्ते बंद नहीं हुए हैं. वो अपनी राहत के लिए हाईकोर्ट में चुनौती दे सकते हैं, जहां अगर सूरत सेशन कोर्ट के फैसले पर स्टे लग जाता है तो सदस्यता बच सकती है. हाईकोर्ट अगर स्टे नहीं देता है तो फिर,, राहुल गाँधी को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाना होगा. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट से अगर स्टे मिल जाता है तो भी उनकी सदस्यता बच सकती है,,
मोदी सरनेम वाले मामले में नहीं मांगी माफी
दोस्तों पिछले कुछ दिनों से राहुल गांधी बीजेपी के निशाने पर आ गए हैं. बीते दिनों कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में अपने दिए भाषण को लेकर BJP के कई नेता राहुल गाँधी पर कटाक्ष कर रहे है,,राहुल गाँधी से माफ़ी मांगने की बात कर रहे है,,वही आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल ने कोर्ट के इस फैसले की निंदा की है,,केजरीवाल का कहना है की BJP और केंद्र सरकार गैर-बीजेपी नेताओं और पार्टियों पर मुकदमा चलाकर उन्हें खत्म करना चाह रही है,,दोस्तों लोकतंत्र में आंदोलन करना, जनता को सच बताना विपक्ष का काम होता है,,लेकिन भ्रस्टाचार ,बेरोजगारी ,मेह्गाई पर अगर विपक्ष कुछ बोल देता है तो,,सरकार विपक्ष के नेताओं को ऐसे ही डरा धमका कर चुप करा देती है,,,,दोस्तों आपका इस मामले को लेकर क्या कहना है आप हमे कमेंट बॉक्स में कमेंट कर जरूर बताएं