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Delhi-Dehradun Expressway: मात्र 2 घंटे में दिल्ली टू देहरादून, जानिए कैसे?

Delhi-Dehradun Expressway: दोस्तों जब कभी किसी शहर के बीच हाईवे तैयार होता है,तो न केवल उन दो शहरों के बीच की दूरी कम होती है, बल्कि वहां औद्योगित गति को भी रफ्तार मिलती है।

Delhi-Dehradun Expressway: दोस्तों जब कभी किसी शहर के बीच हाईवे तैयार होता है,तो न केवल उन दो शहरों के बीच की दूरी कम होती है, बल्कि वहां औद्योगित गति को भी रफ्तार मिलती है। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस भी न केवल राजधानी दिल्ली और देहरादून की दूरी को कम करेगा, बल्कि दोनों राज्यों के व्यापार और इकोनॉमी को भी रफ्तार देगा। 210 किमी के इस एक्सप्रेस वे को बनाने के लिए 1300 करोड़ का खर्च आवंटित किया है। Delhi-Dehradun Expressway

उत्तर प्रदेश से होकर गुजरने वाली एलिवेटेड एक्सप्रेसवे के निर्माण का कार्य तेज हो गया है। इसे पूरा करने के लिए समय सारणी में भी बदलाव किया गया है। पहले एक्सप्रेसवे को मार्च 2024 में पूरा कराए जाने की योजना थी, लेकिन अब कंप्लीशन डेट को रिवाइज कर दिसंबर 2023 कर दिया गया है। मतलब, एक साल का इंतजार और। Delhi-Dehradun Expressway

बता दे की दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे को मार्च 2021 में शुरू कराया जाना था। लेकिन, पर्यावरण विभाग की ओर से एनओसी नहीं मिल पाने के कारण कार्य शुरू होने में देरी हुई। पर्यावरण विभाग की मंजूरी के बाद इस एक्सप्रेसवे के निर्माण की योजना पर काम शुरू हुआ। तेजी से काम चल रहा है। कई स्थानों पर एलिवेटेड एक्सप्रेसवे के लिए पिलर बनाने का कार्य पूरा कर लिया गया है। जहां पर एक्सप्रेसवे का निर्माण जमीन पर होना है, वहां पर प्लेनिंग और मिट्टी का कार्य कराया जा रहा है। Delhi-Dehradun Expressway

क्यों खास है दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस की सबसे खास बात उसका 12 किमी का एलिवेटेड कोरिडोर है। इस एक्सप्रेस पर गाड़ियां 100 से 120 किमी की रफ्तार से फर्राटे भर सकेगी। 6 लेन वाली ये एक्सप्रेस 1300 करोड़ के लागत से बनाई जाएगी। इस एक्सप्रेस वे पर 7 इंटरचेंज और 60 अंडरपास होंगे। एक्सप्रेसवे पर निगरानी के लिए CCTV लगाए जाएंगे। एक्सप्रेस पर सफर करने वाले लोगों की सुविधाओं के लिए हर 25 से 30 किमी पर टॉयलेट और रिफ्रेशमेंट की सुविधा उपलब्ध होगी। एक एक्सप्रेसवे पर बनने वाला वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर इसका सबसे बड़ा आकर्षण हैं। इस कॉरिडोर का मकसद जंगली जानवर को सुरक्षित रखना है। बता दे की हाईवे का आखिरी पार्ट राजाजी नेशनल पार्क से होकर गुजरेगा। Delhi-Dehradun Expressway

210 किलोमीटर लंबा है एक्सप्रेसवे

इस एक्सप्रेसवे का अधिकांश हिस्सा उत्तर प्रदेश से होकर गुजरेगा। दिल्ली से गाजियाबाद होते हुए वाया सहारनपुर यह एक्सप्रेसवे देहरादून तक जाएगी। इस 210 किलोमीटर के स्ट्रेच में 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से वाहनों को चलाने की योजना का प्रस्ताव है। इस आधार पर निर्माण होगा। दिल्ली में वाहनों का दबाव देखते हुए 14 किलोमीटर के भाग में 12 लेन सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। Delhi-Dehradun Expressway गाजियाबाद के 15 किलोमीटर के भाग में भी चौड़ाई अधिक होगी। इस एक्सप्रेसवे को छह लेन का आगे रखा जाएगा। एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद दिल्ली में यमुनापार और लोनी के जाम से लोगों को मुक्ति मिलेगी। Delhi-Dehradun Expressway

ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा ये एक्सप्रेसवे

दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेसवे का स्टार्ट प्वाइंट अक्षरधाम होगा। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से भी यह एक्सप्रेसवे जुड़ेगा। करीब साढ़े 31 किलोमीटर के इस भाग में लोगों को चढ़ने और उतरने के लिए सात प्वाइंट दिए जाएंगे। अक्षरधाम के साढ़े 5 किलोमीटर बाद गांधीनगर- गीता कॉलोनी में एक्सप्रेसवे पर चढ़ने- उतरने की सुविधा होगी। Delhi-Dehradun Expressway

7.4 किलोमीटर बाद आईएसबीटी- दिलशाद गार्डन मार्ग, 9.5 किलोमीटर बाद खजूरी पुस्ता मार्ग और 11.2 किलोमीटर बाद सिग्नेचर ब्रिज मार्ग पर एक्सप्रेसवे पर चढ़ और उतर सकते हैं। Delhi-Dehradun Expressway यूपी की सीमा में यूपी बोर्ड के तीन किलोमीटर आगे यानी साढ़े 17 किलोमीटर बाद वाहनों के चढ़ने उतरने की व्यवस्था होगी। ईस्टर्न पेरिफेरल से पहले 26वें किलोमीटर में मंडोला के पास एंट्री और एक्जिट प्वाइंट होगा। Delhi-Dehradun Expressway इसके बन जाने के बाद दिल्ली और गाजियाबाद के साथ-साथ सहारनपुर, बड़ौत, मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर, हरिद्वार, शामली एवं हरियाणा के यमुनानगर के लोगों को इसका फायदा मिल जाएगा। Delhi-Dehradun Expressway

बागपत के खेकड़ा तहसील से भी एक्सप्रेसवे कनेक्ट होगा। इससे बागपत के इलाके से दिल्ली पहुंचने का एक सीधा मार्ग मिलेगा। लोगों को काफी सहूलियत होगी। यहां से रोज लोग दिल्ली काम करने के लिए जाते हैं। उन्हें मंडोला के पास बनने वाले रैंप का भी लाभ मिल जाएगा। एक्सप्रेसवे मंडोला सीधे जुड़ जाएगा। इससे दिल्ली के अक्षरधाम की दूरी महज साढ़े 18 किलोमीटर रह जाएगी। अभी जाम के कारण लोगों को अक्षरधाम पहुंचने में सवा से डेढ़ घंटे का समय लगता है। एक्सप्रेसवे बन जाने के बाद 20 मिनट में यात्रा पूरी हो सकेगी। Delhi-Dehradun Expressway दिल्ली में एक्सप्रेसवे को पांच मुख्य मार्गों से जोड़ने की योजना है। एनएचएआई के अधिकारियों का कहना है कि एक्सप्रेसवे के एलाइनमेंट को इस तरह तैयार किया गया है कि दिल्ली और गाजियाबाद की सभी प्रमुख सड़कों का ट्रैफिक आसानी से इसका इस्तेमाल कर सकेंगे।

बता दे की दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेसवे को रिकॉर्ड समय में तैयार करने की योजना है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इसे पूरा करने के लिए नई समय सीमा तय की है। पहले मार्च 2024 तक एक्सप्रेसवे को तैयार किए जाने का लक्ष्य था। इसे दिसंबर 2023 कर दिया गया है। प्रोजेक्ट को नई समय सीमा के भीतर पूरा करने का निर्णय लिया गया। इसके नियमित रूप से निर्माण स्थिति की समीक्षा की जाएगी। एनएचएआई के वरिष्ठ अधिकारी सप्ताह में एक बार परियोजना का फिजिकल वेरिफिकेशन करेंगे। साथ ही, हर महीने योजना के तहत 7 से 8 फीसदी निर्माण कार्य पूरा करना होगा। इस पर अमल भी शुरू करा दिया गया है। Delhi-Dehradun Expressway

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