दिल्ली यूनिवर्सिटी ( Delhi University) के कॉलेजों में पिछले साल स्टूडेंट से दो बार परीक्षा शुल्क लिया गया। स्टूडेंट ने कॉलेज प्रशासन के सामने विरोध भी जताया था। अब डीयू ने कॉलेजों को स्टूडेंट से लिया गया परीक्षा शुल्क वापस करने का निर्देश दिया है। कई कॉलेजों ने शुल्क वापस करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
डीयू प्रशासन ने दिया निर्देश
डीयू प्रशासन ने कहा कि कॉलेज ही स्टूडेंट से अभी तक परीक्षा शुल्क लेते थे। पिछले साल डीयू ने एक केंद्रीयकृत पोर्टल शुरू किया जिसपर सभी कॉलेजों के स्टूडेंट अब परीक्षा फार्म जमा करते हैं। पोर्टल पर ही शुल्क जमा करने की सुविधा भी दी गई है। पिछले साल पोर्टल शुरू होने से पहले ही कॉलेज स्टूडेंट से परीक्षा शुल्क ले चुके थे, इसलिए अब वापस करने का निर्देश दिया गया है।
हंसराज कॉलेज (Hansraj College) में प्रक्रिया शुरू
वहीं इसी सिलसिले में हंसराज कॉलेज ने नोटिस भी जारी की है। नोटिस में कहा गया है कि स्टूडेंट बैंक अकाउंट की जानकारी कॉलेज को उपलब्ध कराएं जिससे परीक्षा शुल्क वापस किया जा सके। मिली जानकारी के अनुसार कॉलेज ने गूगल फार्म (google form) भरने के लिए कहा है। गूगल फार्म भरते समय स्टूडेंट को अपनी कॉलेज आइडी, दो सेमेस्टर के परीक्षा फार्म, परीक्षा शुल्क का विवरण देना पड़ेगा। स्टूडेंट ने कहा कि यह खुशी की बात है कि इसके लिए कॉलेज के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
इंफ्रास्ट्रक्चर में होगा सुधार
दिल्ली यूनिवर्सिटी इंफ्रास्ट्रक्चर (Delhi University Infrastructure) में सुधार से संबंधित तमाम कार्यों के लिए एक बड़ी राशि लोन के रूप में लेने की तैयारी कर रही है। डीयू, हायर एजुकेशन फंडिंग एंजेंसी (Higher Education Funding Agency) से 950 करोड़ रुपए की राशि लेगी। ये राशि तमाम नई बिल्डिंगों के निर्माण से लेकर, पुरानी बिल्डिंगों के रेनोवेशन तक बहुत से कामों में इस्तेमाल होगी। बता दें कि यूनिवर्सिटी ने इकोनॉमिकली वीकर सेक्शन कोटा (Economically Weaker Section Quota) लागू करने के लिए सेंटर से 120 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त की है। इसके बाद यूनिवर्सिटी एक बार फिर से लोन लेने की योजना पर काम कर रही है।